बामनवास/सवाई माधोपुर: उपखंड क्षेत्र की बिंजारी ग्राम पंचायत के गांव गोविंदपुरा में स्वामित्व योजना के तहत ड्रोन सर्वे में फ*र्जीवाड़ा सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बिंजारी के गांव गोविंदपुरा के कई परिवारों ने भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा ग्राम पंचायत को भेजे गए ड्रोन सर्वे इमेज 2.0 के नक्शे पर आपत्ति दर्ज करवाई है। ग्राम वासियों का कहना है कि हमारे परिवार लगभग 200 वर्षों से यहां निवास कर रहे हैं एवं पुख्ता निर्माण कर मकान बना रखे हैं।
इसके बावजूद हमारे मकानों को गैर आबादी क्षेत्र में दर्शा दिया गया है जो बिल्कुल गलत होने के साथ ही स्थानीय स्तर पर मिली भगत को दर्शाता है। लोगों ने बताया कि सर्वे के समय ग्राम पंचायत स्तरीय कमेटी भी बनाई गई बताई, जिसमें मौजूदा कार्मिक एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुख्ता निर्माण, बिजली के मीटर, पेयजल सप्लाई एवं मौजूदा जनजीवन को नजर अंदाज कैसे कर दिया। यह सत्यता पर सवालिया निशान खड़े करता है।
हैरत की बात यह भी है कि जैन मोहल्ले के नाम से जाने जाने वाला यह क्षेत्र आबादी और गैर आबादी आधा-आधा बांट दिया गया, जबकि यहां ग्राम पंचायत द्वारा आवासीय पट्टा भी जारी किया जा चुका है। इन परिवारों की मांग है कि इमेज 2.0 से बने नक्शे एवं सर्वे को निरस्त कर राजस्व रिकॉर्ड को दुरुस्त किया जाये। ग्राम वासियों ने इसकी शिकायत ज्ञापन के माध्यम से ग्राम पंचायत प्रशासन एवं उपखंड अधिकारी को दर्ज करवा दी है। ज्ञापन देने वालों में रमेश चंद जैन, सुभाष जैन, अशोक जैन, महेश चंद जैन, राजमल जैन, राकेश जैन, श्यामलाल जैन, राजेंद्र जैन, धर्मेंद्र जैन, नरेंद्र जैन, पूरणमल जैन, नेमीचंद जैन सहित कई लोग शामिल थे।