जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने गुरूवार को शिक्षा विभाग की जिला निष्पादक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों से कहा कि दिए गए लक्ष्यों की प्राप्ति शत-प्रतिशत की जाए। कलेक्टर ने सीडीईओ से कहा कि माइक्रो मेनेजमेंट प्लान तैयार कर जिन बिन्दुओं में जिला पीछे चल रहा है, उन कमियों को दूर करने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा कि अब विद्यालयों में कक्षा 9 से 12 तक अध्यापन शुरू हो गया है। विद्यालय प्रबंधन कोविड-19 की गाइडलाइन एवं एसओपी की पालना करते हुए विद्यार्थियों को गुणवत्ता के साथ शिक्षण प्रदान करें। विद्यार्थियों को नियमित संबलन प्रदान करने, कोविड जागरूकता के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि विद्यालयों में साफ-सफाई तथा अनुपयोगी सामानों की नीलामी/निस्तारण की कार्यवाही करें। विद्यालयों में चल रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ किसी भी स्तर पर समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बैठक में निर्माण कार्यों की प्रगति समीक्षा करते हुए कार्यादेश के सात दिन बाद भी कार्य शुरू नहीं करने वाले ठेकेदारों को नोटिस देने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर ने विद्यार्थियों के लिए आने वाले पोषाहार के गेहूं एवं चावल के संबंध में प्राप्ति एवं वितरण की समीक्षा की तथा सीबीईओ एवं अधिकारियों को इसकी सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए। उन्होंने जिले की रैंकिंग को बढ़ाने के लिए सतत प्रयास करने तथा जिन ब्लाॅक की प्रगति न्यून रही है, उनके प्रभारियों को जिम्मेदारी के साथ उपलब्धि बढाने के निर्देश दिए।
बैठक में स्माइल-2 की प्रगति समीक्षा करते हुए न्यून प्रगति वाले ब्लाॅक के अधिकारियों को प्रगति बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में जिला एवं ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों के निरीक्षण की समीक्षा की गई तथा चौथ का बरवाड़ा ब्लाॅक में कम निरीक्षण पर नाराजगी जताई। उन्होंने ऑनलाइन प्रशिक्षण की प्रगति समीक्षा भी की। बैठक में यूनिलर्न प्रशिक्षण के संबंध में जानकारी ली। कार्य पुस्तिका वितरण एवं उपयोग के संबंध में प्रगति समीक्षा की।
बैठक में जिले में फेज प्रथम, द्वितीय एवं अन्य योजनाओं के माध्यम से स्वीकृत अतिरिक्त कक्षा-कक्ष, एबीएल कक्ष व अन्य निर्माण कार्य आदि के निर्माण की प्रगति समीक्षा करते हुए जिला कलेक्टर ने इन निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखने तथा लगातार सैम्पलिंग करवाने के निर्देश दिये। वहीं निर्माण कार्यों में देरी नहीं हो, इसके लिए नियमित माॅनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि विद्यालयों में बालकों के लिए आने वाले मिड डे मील का समय पर उठाव एवं वितरण किया जाए। जिन विद्यालयों में पोषाहार नहीं पहुंचा है, वहां पहुंचाया जाए। विद्यालयों में पोषाहार का खाद्यान्न तोलकर पूरा लिया जाए। उन्होंने कोम्बो पैक के वितरण की माॅनिटरिंग के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर ने विद्यालयों में पडी अनुपयोगी एवं कंडम सामग्री की नीलामी 31 जनवरी तक करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विद्यालयों की एसएमसी/एसडीएमसी पंजीयन के कार्य की समीक्षा करते हुए शत-प्रतिशत विद्यालयों की एसएमसी/एसडीएमसी का 80 के तहत पेन कार्ड एवं प्रमाण पत्र के लिए पंजीयन करवाने के निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने बैठक में विद्यालयों में किचन गार्डन विकसित करने, मेरा विद्यालय, सुरक्षित विद्यालय वाॅल पेंटिंग, विद्यालयों में बिजली कनेक्शन की समीक्षा कर दिशा निर्देश दिये।
बैठक में एडीएम डाॅ. सूरज सिंह नेगी ने भी विद्यालयों योजनाओं की प्रगति समीक्षा की। बैठक में सीडीईओ रामकेश मीना, जिशिअ राधेश्याम मीना, एडीपीसी नाथूलाल खटीक, सहायक निदेशक रमेश चन्द मीना, एपीसी चन्द्रशेखर शर्मा, सवाई माधोपुर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी दिनेश चन्द गुप्ता, खण्डार ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मिथलेश शर्मा, चौथ का बरवाड़ा बृजलाल मीना, बामनवास सीबीईईओ, गंगापुर सीबीईओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।