जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द व स्टूडेंट्स इस्लामिक आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इंडिया की वजीरपुर इकाई की ओर से ईद मिलन समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत कहफूल द्वारा पवित्र क़ुरआन के पाठ से की गई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुवे जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष आज़म खान बताया कि सभी धर्म के लोग सम्मानीय हैं। इस संसार में कोई छोटा व बड़ा नहीं है। सभी इंसान भाई-भाई है।
एस.आई.ओ. की केन्द्रीय सलाहकार समिति के सदस्य मुसद्दीक़ मुबीन ने अपने विचार व्यक्त करते हुवे बताया कि सिर्फ भाईचारे का नारा लगाना काफी नहीं है। बल्कि इसे व्यावहारिक रूप देना समय की आवश्यकता है। जहां अत्याचार होता दिखाई दे वहां हमें आगे बढ़कर इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना चाहिए। समाज मे आज हिंसा, भीड़ द्वारा हत्या, ओर मीडिया के व्यवसायिक रूप ने समाज को पीछे धकेल दिया है जिससे संप्रदीयकता व घृणा को बढ़ावा मिला है । ऐसे में हमे एक सद्भावना मंच बनाकर इन्हें रोकना होगा। उन्होंने ये भी बताया कि भारत के संविधान में सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए हैं जिसके अनुसार कानून हाथ मे लेना नागरिको का नहीं प्रशासन का काम है, हमारा काम नैतिक मूल्यों की रक्षा करना है।
जमाअत ए इस्लामी राजस्थान के प्रदेश महासचिव मोहम्मद नाज़िमुद्दीन खान ने बताया कि ईश-भय ही समाज मे इन्सानियत कायम करने में सहायक है। हमें इंसानो से आपस मे मुहब्बत करनी चाहिए तथा समाज ने अधिकार, प्रेम, न्याय के मार्ग पर आदर्श रूप से चलना होगा।
इस अवसर पर जमाअत ए इस्लामी वज़ीरपुर अध्यक्ष अब्दुल मतीन ने उपस्थितजन का आभार व्यक्त करते हुवे प्रोग्राम का समापन किया।
समारोह में वजीरपुर तहसीलदार मगनलाल जैन, थानाधिकारी जितेंद्र चौधरी, सरपंचपति वजीरपुर भीम सिंह जाट, पूर्व सरपंच मुकेश बैरवा, बड़ोदा पूर्व सरपंच मोहर सिंह , पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी तारा चन्द जैन व ओमकार सिंह, स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य रवींद्र सिंह धनवाल, अध्यापक रामस्वरूप व अन्य गणमान्य लोगो ने अपने विचार प्रकट किए।
मंच का संचालन एस.आई.ओ वजीरपुर अध्यक्ष तनज़ीम इलाही ने किया।
समारोह के समापन पर उपस्थित समस्त लोगों को खीर खिलाई गई तथा एक किताब “शांति मार्ग” भी उपहार स्वरूप दी गई।
समारोह में वजीरपुर कस्बे एवं आसपास के गांवों के सभी धर्म के लोग उपस्थित थे।