माधोपुर, खण्डार में सीधा व बामनवास, गंगापुर में त्रिकोणीय मुकाबला”
विधानसभा आम चुनाव 18′ के लिए 7 दिसम्बर को मतदान होगा।
निर्वाचन विभाग के घोषित चुनाव कार्यक्रम के तहत चुनाव प्रचार के अन्तिम दिन बुधवार को जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों ने वाहन रैलियां, नुक्कड़ सभाऐं, साईकिल रैली आदि के जरिये चुनाव प्रचार किया। चुनाव प्रचार बुधवार 5 बजे से थम गया। अब प्रत्याशी तथा उनके समर्थक घर घर जाकर मतदाताओं से सम्पर्क कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करेगें। जिले में बुधवार शाम 5 बजे बाद से कोई प्रत्याशी राजनैतिक दल किसी प्रकार का चुनाव प्रचार नहीं कर पायेगें। अब तक प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के लिए जिन वाहनों की स्वीकृति दी गयी थी, वो भी बुधवार 5 बजे से रद्द हो गयी, अब कोई भी प्रत्याशी निर्वाचन विभाग से निर्धारित वाहन ही उपयोग में ले सकेगें।
सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब इस अवधि में कोई वाहन प्रचार करता पाया गया, किसी वाहन पर जिसकी स्वीकृति नहीं है पर बैनर, झण्डा लगा मिला तो उसे जब्त कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
सवाई माधोपुर जिले में चार विधानसभा सीटों सवाई माधोपुर, खण्डार, गंगापुर सिटी व बामनवास के लिए 7 दिसम्बर को मतदान होगा।
जिले में सवाई माधोपुर व खण्डार में जहाँ भाजपा, कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है वहीं बामनवास व गंगापुर सिटी में त्रिकोणीय मुकाबला है।
सवाई माधोपुर सामान्य सीट पर भाजपा ने आशा मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री डाॅ. अबरार अहमद के पुत्र दानिश अबरार को टिकट दिया है। यहां हालाकि 17 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है लेकिन असली मुकाबला भाजपा कांग्रेस के बीच ही होगा। जबकि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित खण्डार विधानसभा सीट पर तीन बार विधायक रहे कांग्रेस के अशोक बैरवा व भाजपा से वर्तमान विधायक एवं संसदीय सचिव रहे जितेन्द्र गोठवाल के बीच सीधा मुकाबला होगा।
जिले में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित बामनवास विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला है। यहाँ कांग्रेस की इन्द्रा मीणा, भाजपा के राजेन्द्र मीणा के बीच कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री नमोनारायण मीणा के भाई नवल किशोर मीणा ने निर्दलीय ताल ठोक दी। जिससे यहाँ क्षेत्रवाद के साथ साथ त्रिकोणीय मुकाबला हो गया। इसी प्रकार गंगापुर सिटी सामान्य सीट पर भाजपा के वर्तमान विधायक मानसिंह गूर्जर व पूर्व विधायक दुर्गाप्रसाद अग्रवाल के पुत्र राजेश अग्रवाल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन यहाँ पूर्व विधायक संसदीय सचिव रहे रामकेश मीणा बगावत करते हुऐ निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर गये, ऐसे में यहाँ भी मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
अब इन सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदाता 7 दिसम्बर को ईवीएम के जरिये मतदान कर करेगें। हालांकि मतदान के चार दिन बाद यानि 11 दिसम्बर को मतगणना के बाद ही परिणाम सामने आएगा कि मतदाताओं ने किस प्रत्याशी के प्रति अपना विश्वास मत प्रकट किया है।
फिलहाल अपनी जीत के प्रति सभी प्रत्याशी आशान्वित दिखाई दे रहे हैं। लेकिन अन्तिम फैसला तो मतदाता द्वारा ही किया जाएगा।