आशा ने बिजली संविदाकर्मी की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने को लेकर दिया धरना
शटडाउन लेकर बिजली पोल पर कार्य करते समय अचानक करंट लगने से संविदाकर्मी की हुई मृत्यु की घटना पर भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशा मीना ने दुख प्रकट करते हुए सरकार व बिजली निगम से पीड़ित परिवार को 5-5 लाख रुपए की मुआवजा राशि व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर धरना दिया।
इस दौरान मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों व निगम अभियंता के सामने पीड़ित परिवार व ग्रामीणों का पक्ष रखते हुए प्रमुख मांग रखी। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए प्रशासन व निगम को चेताते हुए सभी तकनीकी कर्मियों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाने व इस मामले की जांच करवाकर घटना के प्रति दोषी अधिकारियों व संवेदक के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग रखी।
मीना ने बताया कि खिरनी निवासी एक परिवार का लाल बिजली निगम के संवेदक व अभियंताओं की लापरवाही के चलते अकारण ही मौत के मुहं में समा गया। उन्होंने बताया कि मृतक संविदाकर्मी राजेश रैगर बिना सुरक्षा उपकरणों के बिजली के पोल पर चढ़ा दिया गया। यह सरासर संबंधित संवेदक व बिजली निगम के अभियंताओं की लापरवाही है।
बिजली कार्य करने वाले कार्मिकों को नियमानुसार हाथों के दस्ताने, बूट, हेलमेट सहित अन्य सुरक्षा उपकरण दिए जाने चाहिए, लेकिन जिला मुख्यालय पर नियमों को ताक में रखकर बिजली निगम में तकनीकी संविदाकर्मियों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार व प्रशासन को इन घटनाओं पर अंकुश लगाना चाहिए।