प्रदेश में जहां लोग नव वर्ष का स्वागत हर्षोल्लास से कर रहे हैं वही दूसरी और भविष्य की चिन्ता को लेकर चिंतित कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना की बहाली को लेकर आन्दोलन की राह पकड़ते हुए कैण्डल मार्च का आयोजन किया।
न्यू पेंशन स्कीम एम्पलाॅयज फैडरेशन ऑफ राजस्थान (एनपीएसएफआर) के जिला आई टी प्रभारी ओम प्रकाश मीना ने बताया कि प्रदेश व्यापी आन्दोलन के चरणबद्ध कार्यक्रम के तहत एनपीएसएफआर के बैनर तले 1 जनवरी 2022 को नवीन पेंशन योजना के विरोध में उपखण्डों सहित जिला मुख्यालय पर अम्बेडकर सर्किल से बरवाड़ा बस स्टैण्ड होते हुए कलेक्ट्रेट तक कैण्डल मार्च कर कर्मचारियों ने नवीन पेंशन योजना के प्रति अपना विरोध प्रकट किया।
उन्होंने बताया कि नवीन पेंशन योजना (एनपीएस) ने कर्मचारियों का भविष्य आर्थिक व सामाजिक दृष्टि से असुरक्षित बना दिया। म्यूचल फण्ड आधारित इस योजना में शामिल कार्मिकों के लिए सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन की सुनिश्चितता न के बराबर है एवं सामान्य प्रावधायी निधि, पेंशन कांप्यूटेंशन, पेंशन पर छह माही महंगाई भत्ता, नवीन वेतन आयोग द्वारा पेंशन बढ़ोत्तरी, असीमित मेडिकल सुविधा, सेवानिवृत्ति के बाद बढ़ती उम्र के साथ अतिरिक्त पेंशन की व्यवस्था, अंतिम मूल वेतन के 50 प्रतिशत की गारंटी उपलब्धता भी नहीं है।
इन सब की वजह से नवीन पेंशन योजना के दायरे में आ रहे कर्मचारी व अधिकारी पुनः पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। इस दौरान संगठन के प्रदेश सचिव विनोद बारवाल, रैसला जिलाध्यक्ष किरोड़ी लाल मीना, अम्बेडकर शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष मुकेश रांवल, ब्लाँक महामंत्री सीयाराम मीना, रैसटा महामंत्री विमल मीना, सी. एल. रावल, ओ पी बनोटा, संजय मीणा रामहेत मीना सहित अनेक कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित थे।