सवाई माधोपुर: जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री (एग्रीस्टैक) अभियान तहत 3 मार्च से 5 मार्च, 2025 तक सवाई माधोपुर की ग्राम पंचायत खिलचीपुर, जीनापुर, लोरवाड़ा एवं मुई में, चौथ का बरवाड़ा की आदलवाड़ा कला, पांवडेरा एवं टापुर में, मलारना डूंगर की सांकड़ा, चांदनहोली एवं डिडवाड़ा में, बौंली की गालदकलां, बागडोली एवं हथडोली में, मित्रपुरा की मोरण में, गंगापुर सिटी की छावा एवं सलेमपुर में, बामनवास की कोयला, जाहरा एवं ककराला में, वजीरपुर की बगलाई, जीवली, मैड़ी, मोहचा एवं मीना बड़ौदा में, बरनाला की बिछौछ एवं मोरपा में फार्मर रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
इसी प्रकार 6 मार्च से 8 मार्च, 2025 तक सवाई माधोपुर की ग्राम पंचायत चितारा, पढ़ाना, शेरपुर एवं एण्डा में, चौथ का बरवाड़ा की जौला, भगवतगढ़ एवं शिवाड़ में, मलारना डूंगर की कुण्डली नदी, जोलन्दा एवं बहतेड़ में, बौंली की बांस टोरडा , नीमोद (राठोद) एवं मामडोली में, गंगापुर सिटी की अहमदपुर एवं टोकसी में, बामनवास की खेडली, सीतोड़ एवं सुकार में, वजीरपुर की पावटा, उदेई खुर्द, पीलोदा एवं भालपुर में, बरनाला की नारौली चौड़ एवं भिनौरा में फार्मर रजिस्ट्री शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
यूनिक आईडी से किसानों को मिलेंगी आधार जैसी डिजिटल पहचान:
उन्होंने बताया कि इन शिविरो में ई-केवाईसी, भूमि सत्यापन, खसरा रिकॉर्ड अपडेट और यूनिक आईडी जारी करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। फार्मर रजिस्ट्री योजना न केवल किसानों के हित में है, बल्कि यह कृषि क्षेत्र में डिजिटल सुधार और पारदर्शिता लाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने बताया कि यूनिक आईडी किसानों की आधार जैसी डिजिटल पहचान होगी इसमें उनके सभी भूमि खसरों की जानकारी हिस्सेदारी और व्यक्तिगत विवरण दर्ज होंगे।
इस कार्ड के जरिये किसान सरकारी सहायता, फसल ऋण और बीमा योजनाओं का लाभ आसानी से उठा सकेंगे। इस नई व्यवस्था से किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ त्वरित और आसान तरीके से मिलेगा साथ ही बार-बार दस्तावेज सत्यापन कराने का झंझट खत्म होगा।