जिले में घटता लिंगानुपात चिंता का विषय है। कन्या भ्रूण हत्या जघन्य अपराध है, ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्रवाई की जाएगी। सोनोग्राफी सेंटरों की भी विशेष अभियान चलाकर जांच करवाई जाए। ये निर्देश जिला कलेक्टर डाॅ.एस.पी.सिंह ने कलेक्टर कक्ष में बेटी बचाओ, बेटी पढाओ एवं जिले में घटते लिंगानुपात को लेकर आयोजित बैठक में संबंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर जागरूकता अभियान चलाएं तथा इस संबंध में आपसी समन्वय के साथ मिशन मोड में कार्य करें।
बैठक में जिला कलेक्टर डाॅ. सिंह ने बताया कि जिले में वर्ष 2014-15 में लिंगानुपात 947 था, जो 2015-16 में 913, 2016-17 में 908, 2017-18 में 926 एवं 2018-19 में 906 पर आ गया। यह चिंताजनक स्थिति है। इस स्थिति को कलेक्टर डाॅ. सिंह ने गंभीरता से लेते हुए सीएमएचओ को नियमित डिलीवरी रिपोर्ट प्रेषित करने, रिपोर्ट से जिन क्षेत्रों में गेप आ रहा है, वहां विशेष अभियान चलाकर जागरूकता बनाने तथा इस संबंध में जो भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लिंगानुपात बढ़ाने तथा लोगों में अवेयरनेस के लिए अभियान चलाए जाएं, इसके तहत काॅलेज छात्रों, महिलाओं एवं ग्रामीणों की जागरूकता कार्यशालाएं करवाई जाए। लोगों को घटते लिंगानुपात के संबंध में जागरूक करने के साथ ही इसके दुष्प्रभावों से अवगत कराया जाए। प्रतिदिन जागरूकता गतिविधि के साथ ही प्रतिमाह वृहत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम कर लोगों को जागरूक करें। अस्पतालों में होने वाली डीएनसी की जांच की जाए, रिकार्ड आदि की जांचकर कार्यवाही करें। बैठक में महिला अधिकारिता की सहायक निदेशक राशि लोढा, सीएमएचओ, उप निदेशक बालविकास प्रियंका शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम मीना, रमेश चंद, मंजू जैन, पीसीपीएनडीटी जिला समन्वयक आशीष गौत्तम, सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया तथा इस संबंध में जागरूकता अभियान मिशन मोड में चलाने का संकल्प व्यक्त किया।