जिले में वर्तमान में यूरिया की कमी देखी जा रही है, कई आदान विक्रेताओं द्वारा किसान को यूरिया खाद के साथ अन्य प्रकार के आदान नैनो यूरिया, माइक्रो न्यूट्रिएंट मिक्सर, सल्फर, जिंक सल्फेट, भूमि सुधारक जिप्सम आदि टैगिंग करके दिए जा रहे हैं, किसानों पर अनावश्यक वित्तीय भार बढ़ रहा है।
किसानों की शिकायत को देखते हुए कृषि विभाग के उपनिदेशक एवं अनुज्ञापन अधिकारी रामराज मीणा ने निजी एवं सरकारी समिति खाद डीलरों को किसी भी प्रकार के आदान यूरिया के साथ टैग करके नहीं देने के लिए पाबंद किया है। यदि ऐसी शिकायत मिलती है तो संबंधित खाद विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।