कार्यालय उप वन संरक्षक सवाई माधोपुर वनमण्डल के अधीन राजस्थान में “ट्री आउटसाइड फोरेस्ट इन राजस्थान” (टीओएफआर) योजना के तहत जिले में नर्सरीवार 9 लाख 50 हजार पौधे जिले की 10 पौधशालाओं में तैयार तैयार किए गए है। वन विभाग की 10 पौधशालाओं में 6 माह के 3 लाख 80 हजार एवं 12 माह के 5 लाख 70 हजार पौधे तैयार है। उप वन संरक्षक श्रवण कुमार रेड्डी ने बताया कि जिला मुख्यालय पर आलमपुर में 2 लाख 65 हजार पौधे, चौथ का बरवाड़ा में 70 हजार एवं भगवतगढ़ में 60 हजार पौधें तैयार किए गए है। इसी प्रकार बौंली में 85 हजार, मलारना में 70 हजार एवं कुशलपुरा में 45 हजार पौधे तथा गंगापुर सिटी में 1 लाख 80 हजार, सिंथौली में 70 हजार, टटवाड़ा में 35 हजार एवं अमरगढ़ में 70 हजार पौधे तैयार किए गए है।
उप वन संरक्षक ने बताया कि जिले में नर्सरीवार उपलब्ध पौधों की संख्या अनुसार विभिन्न ग्राम पंचायतों, नगरीय निकायों, राजकीय विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थानों द्वारा निर्धारित लक्ष्य योजना के प्रबंधन एवं मूल्यांकन को ध्यान में रखते हुए प्रदेश को हरा-भरा, स्वच्छ, स्वस्थ एवं खुशहाल बनाने की महत्वाकांक्षी योजना का सफल क्रियान्वयन के लिए फूलदार, फलदार एवं छायादार पौधे वन विभाग की नर्सरियों से सशुल्क प्राप्त कर वन क्षेत्रों से बाहर रोपित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पौध वितरण 1 जुलाई से प्रारम्भ कर दिया गया है। इच्छुक सभी कार्य दिवसों एवं कार्यालय समय में व्यक्तिशः जाकर नक़द भुगतान कर फूलदार, फलदार एवं छायादार पौधे प्राप्त कर सकते है।
यह पौधे है उपलब्ध:- उप वन संरक्षक ने बताया कि पौध प्रजातियों में मुख्यतः नीम, शीशम, रोहिडा, चुरैल, सिरस, कनेर, सेंजना, गुलमोहर, करंज, अमरूद, पीपल, बड, पपीता, इमली, खजूर, बोगनवेल, बास, बिल्वपत्र, अर्जुन, अनार, बेर, अमलताश, पेल्टाफार्म, कचनार, गूलर, पलास, नींबू आदि उपलब्ध होंगे।