सवाई माधोपुर नगर विकास न्यास क्षेत्र के नवीन मास्टर प्लान-2035 का प्रारूप जिला कलेक्टर पी.सी. पवन द्वारा नगर परिषद सवाई माधोपुर की सभापति विमला शर्मा, सवाई माधोपुर पंचायत समिति के प्रधान सूरजमल बैरवा, नगर विकास न्यास के सचिव ताराचन्द मीणा, नगर विकास न्यास के अधिकारियों तथा नगर परिषद आयुक्त रविन्द्र सिंह यादव, की उपस्थिति में गुरूवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जारी किया गया।
नगर विकास न्यास के अधिकारियो की ओर से इस अवसर पर नवीन मास्टर प्लान-2035 के प्रारूप का प्रस्तुतिकरण कर इसके बिन्दुओं की जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि सवाई माधोपुर, राजस्थान के 30 ऐसे नगरों में से एक है, जहां कि जनसंख्या एक लाख से अधिक है। यह राजस्थान राज्य के दक्षित पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। उत्तर पश्चिम में 130 कि.मी. की दूरी पर जयपुर, उत्तर में दौसा, उत्तर पूर्व में करौली, दक्षिण-पश्चिम में कोटा व बून्दी एवं पश्चिम में टोंक जिले से जुड़ा हुआ है। साथ ही पूर्वी दिशा में चम्बल नदी के पश्चात मध्यप्रदेश राज्य स्थित है।
सवाई माधोपुर शहर का प्रथम मास्टर प्लान 18 राजस्व ग्रामों को सम्मिलित करते हुए वर्ष 1985-2006 के लिये बनाया गया था, जो राज्य सरकर द्वारा वर्ष 1993 में अनुमोदित किया गया। अधिसूचित नगरीय क्षेत्र के अन्तर्गत 20435 एकड़ क्षेत्र प्रस्तावित था। वर्ष 2006 के लिये अनुमानित जनसंख्या 1.5 लाख की आवश्यकताओं हेतु 4080 एकड़ नगरीयकरण योग्य क्षेत्र प्रस्तावित किया गया था। वर्ष 2006 में मास्टर प्लान 1985-2006 की समीक्षा उपरान्त मास्टर प्लान प्रस्ताव अनुसार क्षेत्र पूर्ण विकसित नही होने के कारण राज्य सरकार द्वारा मास्टर प्लान की अवधि 2016 तक एवं इसके उपरान्त जून 2018 तक बढ़ाई गई थी।
38 राजस्व ग्रामों को सम्मिलित करते हुए सवाई माधोपुर शहर का नवीन मास्टर प्लान तैयार करने हेतु नगरीय विकास विभाग की अधिसूचना 31 दिसम्बर 2015 एवं 16 नवम्बर 2016 द्वारा अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक (पूर्व) को नियुक्त किया गया। 38 राजस्व ग्रामों का क्षेत्रफल लगभग 19180 हैक्टर है।
प्रस्तुतिकरण के दौरान बताया गया कि वर्ष 2016 की जनसंख्या लगभग 01 लाख 34 हजार 915 थी, जिसका वर्ष 2035 तक 2 लाख 34 हजार 563 होने का अनुमान है। उक्त जनसंख्या हेतु मास्टर प्लान 2035 में 6870.71 एकड़ विकसित क्षेत्र एवं नगरीयकरण योग्य क्षेत्र 7626.3 एकड़ प्रस्तावित किया गया है। प्रस्तावित नगरीयकरण योग्य क्षेत्र के अन्तर्गत 47.50 प्रतिषत आवासीय, 3.39 प्रतिशत व्यावसायिक, 1.56 प्रतिशत मिश्रित उपयोग, 2.27 प्रतिशत औद्योगिक, .90 प्रतिशत सरकारी व अर्द्ध सरकारी, 8.51 प्रतिशत आमोद-प्रमोद, 0.50 प्रतिशत पर्यटन सुविधाओं, 7.35 प्रतिशत सार्वजनिक व अर्द्ध सार्वजनिक, 3.04 प्रतिशत विषेश क्षेत्र एवं 15.08 प्रतिशत परिसंचरण हेतु भू उपयोग प्रस्तावित किये गये हैं। सवाई माधोपुर के नगरीय क्षेत्र को विभिन्न 5 जोन में बांटा गया है।
मास्टर प्लान 2016-35 के मुख्य प्रस्ताव है:- मेगा हाईवे 1-ए का सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा प्रस्तावित बाईपास, राष्ट्रीय राजमार्ग व राज्य राजमार्ग के सहारे हाईवे/अन्य डवलपमेंट कन्ट्रोल योजना क्षेत्र, पर्यटन सुविधाओं हेतु स्थल, रणथम्भौर एवं मेगा हाईवे सड़क पर सिटी फाॅरेस्ट हेतु स्थल के प्रस्ताव, लटिया संरक्षण क्षेत्र, विषेश क्षेत्र (सीमेंट फैक्ट्री व आईओसी प्लांट)।
नगर विकास न्यास के सचिव ताराचन्द मीणा ने बताया कि सवाई माधोपुर के नवीन मास्टर प्लान 2035 का प्रारूप नगर विकास न्यास की वेबसाईट पर शुक्रवार को अपलोड कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि नवीन मास्टर प्लान 2035 की प्रति व सी.डी. सशुल्क नगर विकास न्यास सवाई माधोपुर के कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।