नगरपालिका बौंली कार्यालय के सामने खिरनी मोड़ तिराहे पर हीरामन के सामने पिछले दो सालों से संचालित फल सब्जी मंडी को एक बार फिर से बेदखल कर अन्यत्र चालू करने के मौखिक फरमान से फल सब्जी मंडी विक्रेताओं में भारी आक्रोश है। इसके चलते पिछले सात दिनों से फल सब्जी मंडी बंद है और मौके पर ही मंडी हेतू स्थाई जमीन आवंटन को लेकर धरना चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में कई दौर की वार्ता होने के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है।
फल सब्जी विक्रेताओं की मांग के अनुसार फल सब्जी मंडी हेतू जमीन कस्बे के मध्य ही आवंटित की जावे ताकी महिलाओं को सब्जी लाने ले जाने में कोई समस्या नहीं हो और फल सब्जी विक्रेताओं को भी नुकसान नहीं हो। प्रशासनिक अधिकारियों के सुझाव के अनुसार कोडियाई रोड़ पर पंचायत समिति के सामने स्थित रोडवेज बस स्टैंड की जगह को फल सब्जी मंडी के लिए स्थाई रूप से आवंटित कर दिया जाएगा। परन्तु यह जगह बौंली कस्बे से लगभग दो किलोमीटर दूर है जहां लोगों का सब्जी लेने जाना सम्भव नहीं है और इसका असर फल सब्जी विक्रेताओं के धंधे पर पड़ेगा।
पहले ही बार बार जगह बदलने से फल सब्जी विक्रेताओं को लगभग 25 लाख रूपये का नुकसान हो चुका है और पिछले सात दिनों से धरने के चलते मंडी बंद है जिससे इन फल सब्जी विक्रेताओं के लगभग 150 परिवारों पर आर्थिक संकट बढ़ता जा रहा है। फल सब्जी मंडी समिति के अध्यक्ष मोहनलाल सैनी ने बताया कि हमारी ये आखरी लड़ाई है। हमारे साथ अन्याय नहीं न्याय होना चाहिए। हम पिछले बीस सालों से इधर उधर धक्के खा रहे हैं जिससे हमें आर्थिक रूप से बहुत नुकसान उठाना पड़ा है। अब हमें मंडी हेतू स्थाई जमींन आवंटित होनी चाहिए और कस्बे से बाहर नहीं मध्य में ही हमने कुछ जमीन प्रशासनिक अधिकारियों को बताई है।
उनमें से ही कोई एक जगह आवंटित की जानी चाहिए। हम कस्बे से बाहर नहीं अंदर रहकर ही अपना कार्य करना चाहते हैं। और अब जब तक मंडी समिति को स्थायी जमींन आवंटन का लेटर नहीं मिल जाता तब तक हमारा ये धरना लगातार जारी रहेगा। 20 जुन को हमने विशाल जनसभा का आयोजन रखा है जिसमें राज्यसभा सांसद डाॅ. किरोड़ी लाल मीणा, सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया, पूर्व में सवाई माधोपुर कलेक्टर रहे केसी वर्मा, सीपी सैनी आदि लोग उपस्थित रहेगें।