जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में बिजली, पानी, मौसमी बीमारियां और आवश्यक सेवाओं की समीक्षा बैठक आज सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में कलेक्टर ने पेयजल की स्थिति की समीक्षा करते हुए जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए कि जिन गांवों के लिए जल जीवन मिशन के तहत अभी तक डीपीआर तैयार नहीं हुई है, वहां शीघ्र डीपीआर तैयार करवाएं एवं जिन गांवों की डीपीआर तैयार हो गई, उन गांवों के लिए कार्य स्वीकृति जारी करवाने की प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत घर-घर नल कनेक्शन के लिए चल रही पेयजल योजनाओं के कार्य समय पर पूरें करें जिससे घर-घर नल कनेक्शन के कार्य में गति आए। कलेक्टर ने पेयजल की योजनाओं की समय पर टीएस, एफएस जारी करने तथा कार्यादेश जारी कर गुणवत्ता के साथ कार्य पूरे करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने जल कनेक्शन से वंचित स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, ग्राम पंचायत और चिकित्सा केन्द्रों में नल कनेक्शन के लिए की गई कार्रवाई की समीक्षा की। इसी प्रकार कलेक्टर ने टैंकरों से पानी सप्लाई के संबंध में जानकारी ली। एसई सीताराम मीना ने बताया कि 156 गांवों की डीपीआर बकाया थी, इनमें से 30 गांवों की डीपीआर बन गई है, शेष की डीपीआर भी इसी सप्ताह बनाकर स्वीकृति के लिए भिजवाई जाएगी। बैठक में पेयजल की योजनाओं में बकाया बिजली कनेक्शन के संबंध में बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता को निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने जिले के सभी स्कूलों में बिजली कनेक्शन की प्रगति समीक्षा की। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में केवल चार स्कूलों में बिजली के रिकनेक्शन किए जाने है। शेष सभी स्कूलों में बिजली कनेक्शन हो चुके है। इस संबंध में उन्होंने सीडीईओ को विद्युतीकृत होने का प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने बिजली निगम के अधिकारी को कृषि कनेक्शन देने सहित समय पर जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार शिक्षा विभाग तथा चिकित्सा विभाग की संचालित गतिविधियों के संबंध में प्रगति समीक्षा कर निर्देश दिए। साक्षरता विभाग के अधिकारी ने ईच वन-टीच वन अभियान के बारे में बताया। जिले की 106 पंचायतों में इसके संचालन की जानकारी दी। कलेक्टर ने इसकी मॉनिटरिंग करने के लिए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
मनरेगा कार्यों का सतत निरीक्षण करें:– कलेक्टर ने जिला परिषद के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मनरेगा कार्यों का सतत निरीक्षण किया जाए। निरीक्षण के तुरंत बाद गुगल सीट के माध्यम से निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने जिला स्तर से विभिन्न विभागों के अधिकारियों को लगाकर निरीक्षण के संबंध में निर्देश दिए।
कोरोना सहायता के बकाया आवेदन भिजवाएं:- कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री कोरोना सहायता में पात्र को सहायता उपलब्ध करवाने के लिए संबंधित एसडीएम की अध्यक्षता में ब्लॉक स्तर पर कमेटी का गठन किया गया। संबंधित एसडीएम अपने-अपने ब्लॉक में कोई पात्र योजना के लाभ से वंचित रह गया है तो आवेदन प्राप्त कर अभिशंसा के साथ तुरंत भिजवाएं। जिससे कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों, विधवा हुई महिलाओं एवं विधवाओ के बच्चों को योजना में लाभांवित किया जा सके। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, एसडीएम सवाई माधोपुर कपिल शर्मा, अधीक्षक अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सीताराम मीना, सीडीईओ रामकेश मीना और अधीक्षण अभियंता जेवीवीएनएल रामखिलाडी मीना सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।