जिले में स्काउट गाइड की गतिविधियों का प्रभावी संचालन किया जाए। आदर्श स्काउट गाइड यूनिट योजना के प्रभावी संचालन के लिए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं शिक्षा अधिकारी सतत मॉनिटरिंग करते हुए प्रत्येक स्कूल में नवाचारों को बढ़ावा दें। ये निर्देश जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में स्काउट गतिविधियों के प्रभावी संचालन की मॉनिटरिंग बैठक में दिए। कलेक्टर ने कहा कि स्काउट गाईड की गतिविधियों एवं नवाचारों के माध्यम से बच्चों को सर्वांगीण विकास के लिए माध्यम एवं अवसर प्राप्त होते है। स्काउट गाइड संगठन बालक बालिकाओं के शारीरिक, मानसिक, चारित्रिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक विकास करने के साथ ही उनमें अनुशासन, आत्म विश्वास, स्वावलंबन, विश्वसनीयता, नेतृत्व, साहस, विश्व बंधुत्व भाव, प्रकृति, देशप्रेम, कौशल विकास और समाज सेवा जैसे गुणों का विकास कर उन्हें व्यक्तिगत, पारिवारिक, स्थानीय, राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सुनागरिक तैयार करता है। उन्होंने स्काउट गाइड की सभी गतिविधियों का सक्रियता से संचालन करने एवं प्रभावी मॉनिटरिंग करने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी। उन्होंने कहा कि स्काउट गाइड की गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को आत्मावलोकन करने के साथ ही नवाचार करने की प्रेरणा भी मिलती है। बैठक में जिले के हॉस्टलों में पढ़ रहे बच्चों को अपने निवास स्थान के शिक्षकों के साथ स्माइल ग्रुप से जुड़वाकर उनके शिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
बेटियों को बढ़ावा देने के लिए करें नवाचार:- बैठक में कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने जिले की बेटियों को बढ़ावा एवं प्रोत्साहन देने तथा उन्हें प्रेक्टिकल एवं व्यावहारिक जानकारी देने के लिए नवाचार के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर ने शिक्षा अधिकारियों से कहा कि जिले की बेटियां को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने के लिए सप्ताह में एक दिन हमारी लाडो के तहत विभिन्न कार्यालयों की गतिविधियों का अवलोकन करवाएं। साथ ही अधिकारी बेटियों के साथ जैसे कार्यक्रम के माध्यम से प्रेक्टिकल जानकारी दिलवाएं। इसी प्रकार बेटियों के आत्म विश्वास को बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम, सरकारी कार्यालयों का भ्रमण और अधिकारियों के साथ वार्ता आदि करवाएं। इसके लिए नोडल अधिकारी बनाकर बढ़ावा दिया जाए।
बैठक में कलेक्टर ने इसी प्रकार के प्रयोग एवं नवाचार ब्लॉक स्तर पर भी करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने उनके द्वारा भवानी मंडी के उनके कार्यकाल का अनुभव तथा नवाचार के बारे में बताते हुए नवाचारों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
विद्यालयों में लगाए पौधों का संरक्षण भी करें:- बैठक में कलेक्टर ने घर-घर औषधीय पौधे योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा औषधीय पौधों का महत्व देखते हुए घर-घर औषधी पौधों का वितरण कर इन्हें बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन का महत्व कोराना की दूसरी लहर ने हम सब को अच्छे से बता दिया। पेड-पौधे ही प्राकृतिक ऑक्सीजन का प्रचुर माध्यम है। ऐसे में उन्होंने अधिक से अधिक पौधे लगाने तथा लगाए गए पौधों का संरक्षण करने, उनकी देखरेख करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में पौधे लगाने के साथ उन्हें पालने, देखरेख करने तथा संरक्षण का जिम्मा भी दिया जाए। कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि आने वाली संतति के लिए हम अच्छा एवं अनुकरणीय करें, जिसे हमेशा याद किया जाए। बैठक में एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी ने भी स्काउट गाइड की गतिविधियों को बढ़ावा देनें तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधे लगाने एवं उन्हें सुरक्षित रखने पर जोर दिया। सीडीईओ रामकेश मीना, डीईओ राधेश्याम मीना, मंजू जैन, दिनेश गुप्ता, घनश्याम बैरवा, स्काउट सीओ चंद्रशंकर श्रीवास्तव, महेश सेजवाल सहित अन्य अधिकारियों ने निर्देशों की अक्षरशः पालना करने का भरोसा दिलाया।