सवाई माधोपुर चाइल्डलाइन ने डेढ़ माह से गायब बालक को आज बाल कल्याण समिति के आदेश से उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। चाइल्डलइन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरविन्द चौहान ने बताया की करीब डेढ़ माह पूर्व बालक अपने घर गोरखपुर यु.पी. से गायब हो गया था। परिजनों ने बालक की काफी तलाश की लेकिन कोई सफलता नहीं मिल पायी। इस दौरान 4 दिसम्बर को एक 10 वर्षीय बालक आरपीएफ के सब इस्पेंटर बीरबल को सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर लावारिस अवस्था में घूमता मिला। आरपीएफ के इन्चार्ज बच्चनदेव कुमार की सूचना पर चाइल्डलाइन टीम के प्रदीप कुमार एवं मुकेश वर्मा ने स्टेशन पहुंचकर बालक को अपने संरक्षण में लिया और बाल कल्याण समिति के आदेश से बालक को मर्सी आश्रय गृह में अस्थायी प्रवेश दिलाया गया।
मर्सी आश्रय गृह के स्टाफ एवं चाइल्डलाइन टीम ने बालक के परिजनों की तलाश शुरु की। बालक पढ़ा लिखा नहीं होने से अपना पता भी ठीक से नहीं बता पा रहा था। निरन्तर प्रयास के बाद बालक के परिजनों की जानकारी मिल पायी। चाइल्डलइन टीम लवली जैन एवं शिमला मीणा ने परिजनों को बालक के बारे में जानकारी दीं। सूचना के बाद बालक के परिजन आज सवाईमाधोपुर पहुंचे जहाँ परिजन एवं बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। बाल कल्याण समिति के आदेश से बालक को उसके परिजनों के सुुपर्द कर दिया गया। परिजन बालक को पाकर भावुक हो गये साथ ही उन्होने शेल्टर होम एवं चाइल्डलाइन टीम के वरुण राठोर, स्नेहलता वर्मा, कपिल स्वर्णकार, दशरथ बैरवा एवं मनीष राठोर का आभार जताया।