आमजन में रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास, आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लक्ष्य से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2021 के राज्य बजट में ‘‘घर-घर औषधि योजना’’ की घोषणा की थी। इसकी पालना में राज्य सरकार राज्य के प्रत्येक परिवार को आगामी पांच साल में 24 औषधीय पौधे निःशुल्क उपलब्ध करवाएगी। इस योजना को निरोगी राजस्थान का महत्वपूर्ण अंग बताते हुए जिला प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा ने आज शुक्रवार को सर्किट हाउस परिसर में औषधीय पौधों का रोपण किया, पत्रकारों को इस योजना की जानकारी दी तथा पत्रकारों को औषधीय पौधे वितरित करवाएं। गंगापुर सिटी विधायक रामकेश मीणा, बामनवास विधायक इन्द्रा मीणा, जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी,सीसीएफ टीसी वर्मा और डीएफओ जयराम पांडे ने भी इस अवसर पर पौधारोपण किया। प्रभारी मंत्री ने बताया कि प्रत्येक परिवार को आगामी 5 साल में तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा एवं कालमेघ आदि के कुल 24 पौधे मिलेंगे। इन्हें 3 बार में अर्थात प्रत्येक बार 8-8 पौधे मिलेंगे। चालू एवं अगले वित्तीय वर्ष में जिले के 1.27-1.27 लाख परिवारों को ये पौधे मिलेंगे।
2023-24 में जिले के प्रत्येक परिवार को तथा 2024-25 और 2025-26 में 1.27-1.27 लाख परिवारों को ये पौधे मिलेंगे। इस अभियान की जिला स्तरीय टास्क फोर्स के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि इस साल के वन महोत्सव की थीम भी घर-घर औषधीय पौधा वितरण योजना ही रहेगी। औषधीय पौधे अपने औषधीय गुणों के लिए तो महत्वपूर्ण है ही, घर के सौंदर्य में बढ़ावा देंगे, बच्चों को शुरू से ही पर्यावरण और स्वास्थ्य के बीच के रिश्ते की सीख भी देंगे। उन्होंने डीएफओ को निर्देश दिए है कि वितरण के समय इन पौधों के रखरखाव के टिप्स भी लोगों को दें तथा अच्छी गुणवत्ता के पौधों का वितरण सुनिश्चित करें। इस मौके पर जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने घर-घर औषधीय पौधों के लिए जिले में की जा रही तैयारियों के संबंध में जानकारी दी।