कोरोना जागरूकता के लिए 7 जुलाई तक विभिन्न कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को कोरोना बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। जागरूकता अभियान के तहत जिले के प्रत्येक मनरेगा कार्य स्थल पर शुक्रवार को लाइव डेमों में श्रमिकों को हाथ धोने के सही तरीके की जानकारी दी गई। श्रमिकों ने इसे सीखकर स्वयं भी हाथ धोये।
वक्ताओं ने बताया कि हम लोग हाथ धोने का तरीका बताते हैं तो कुछ लोग हंसते हैं, मजाक करते हैं और कहते हैं कि यह भी कोई सीखने की चीज है क्या, बच्चा भी हाथ धोना जानता है। लेकिन उन्हें पता नहीं होता कि हाथ धोना एक बात है और सही तरीके से हाथ धोना दूसरी बात है।
सही प्रकार से हाथ धोना कोरोना समेत कई बीमारियों से बचाव में सहायक है। लाइव डेमों में बताया गया कि साबुन लगाया और पानी डालकर साबुन को हटा लेना ही हाथ धोना नहीं होता। साबुन को हथेली के दोनों ओर कोहनी तक रगड़-रगड़ कर लगाना और फिर 20-25 सैकण्ड के बाद पानी से रगड़ कर ही धोने से कई प्रकार के वायरस, जीवाणुओं से बचा जा सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विकसित इस तकनीक को सुमन-के का नाम दिया गया है।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने बताया कि सभी मनरेगा कार्यस्थलों पर कार्य समय पर हाथ धोने के लिये पर्याप्त पानी और साबुन की व्यवस्था रखने के निर्देश दिये गये हैं। इस अवसर पर मनरेगा श्रमिकों को कोरोना जागरूकता की शपथ भी दिलाई गई। श्रमिकों को बार बार हाथ धोने, 2 गज की दूरी का पालन करने, घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने तथा सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने का प्रतिज्ञा दिलाते हुए स्वयं इसका पालन करने तथा लोगों को भी जागरूक करने का संदेश दिया गया। पंचायत समिति गंगापुर में विकास अधिकारी के निर्देशन, पंचायत समिति चौथ का बरवाड़ा में विकास अधिकारी सूबेदार सिंह के निर्देशन में गतिविधियों का आयोजन हुआ। इसी प्रकार अन्य ग्राम पंचायतों में भी मनरेगा कार्यस्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम हुए।