सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो सवाई माधोपुर द्वारा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण केन्द्र में महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए महिला सशक्तिकरण विषय पर जनचेतना कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम में महिला अधिकारता विभाग सवाई माधोपुर की सहायक निदेशक राशि लोडा ने बताया कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें तथा देश की सभी महिलाओं को जागरूक करने में अपना योगदान देवें। जब महिला अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होगी तो समाज मजबूत बनेगा। उन्होंने बताया कि लड़का व लड़की दोनों को समानता दें साथ ही लिंग आधारित जांच का अपराधी न बनने की सलाह दी। सही मायने में महिला दिवस तब ही सार्थक होगा जब विश्व भर में महिलाओं को मानसिक व शारीरिक रूप से संपूर्ण आजादी मिलेगी।
कार्यक्रम में ब्यूरो के प्रभारी अधिकारी नेमी चन्द मीना द्वारा विभागीय जानकारी देते हुए बताया कि हर साल हम 8 मार्च को विश्व की प्रत्येक महिला के सम्मान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते है। समाज में उपजी सामाजिक, आर्थिक व राजनैतिक समस्याओं का निराकरण महिलाओं की साझेदारी के बिना अधूरा है। इसलिए हमे महिलाओं के समानाधिकार को बढ़ावा देना चाहिए ताकि समाज की हर महिला मजबूत बन सके। साथ ही महिलाओं के उत्थान के लिए सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी। पीसीपीएनडीटी के जिला समन्यवक आशीष गौतम ने अपने उद्बोधन में जेण्डर आधारित लिंग चयन पे पूछे जाने वाले सवाल, क्यों गुम हो रही है बेटियां गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक, लिंग चयन प्रतिषेध अधिनियम 1994 पर विस्तार से चर्चा कर जानकारी दी।
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता प्रशिक्षण केन्द्र सवाई माधोपुर के प्रिंसीपल सैयद बलिग अहमद ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पर विस्तार से चर्चा करते हुए शिक्षा, महिलाओं की सुरक्षा व समाज में बेटियों एवं महिलाओं के साथ किये जाने वाले भेदभाव को मिटाने की अपील की। कार्यक्रम में सहायक लेखाधिकारी महेश चन्द गुप्ता ने भी महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में प्रश्नोंत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसमें उपस्थित जन समूह ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए प्रश्नों का जवाब दिया। सही जवाब देने वाली विजेताओं को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अन्त में महिला सशक्तिकरण पर शपथ ली गई।