कैम्पस फ्रन्ट आॅफ इण्डिया की ओर से शहर सवाई माधोपुर पुलिस चौकी से एक छात्र रैली का आयोजन किया गया।
रैली पुलिस चौकी से प्रारम्भ होकर सदर बाजार होते हुए शहर स्थित जामा मस्जिद पर समाप्त हुई। रैली के बाद एक सभा का आयोजन किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष हैदर अली खांन ने चलाए जा रहे राष्ट्रीय अभियान “एनफ विद इन्टोलरेन्स, युनाईट अगेन्स्ट फासिज्म” पर रोशनी डालते हुए देश में हो रही दलितों, अल्पसंख्यकों के खिलाफ मारपीट की घटनाओं के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि देश में जिस वर्ग की ओर से सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई है, सरकार ने उन वर्गों पर दमनात्मक कार्यवाही की है। साथ ही देश भर में गौरक्षा के नाम पर लगातार हो रही घटनाओं के खिलाफ चिन्ता व्यक्त की।
बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव विजय कुमार बैरवा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज देश में संविधान की प्रतियाँ जलायी जा रही हैं तथा मनुवाद की विचारधारा को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमें ऐसी साम्प्रदायिक व देश विरोधी ताकतों के खिलाफ अपनी आवाज को बुलन्द करना होगा। रिटायर्ड आरएएस अधिकारी अबरार अहमद ने छात्रों को फासीवाद की विचारधारा के खिलाफ एक जुट होने का आह्वान किया तथा शिक्षा के प्रति जाग्रत किया। एसडीपीआई के प्रदेश उपाध्यक्ष जफर अहमद अमीन ने मौजूदा बीजेपी सरकार की नाकामिययों को उजागर किया। उन्होंने कहा कि देश में जिन वादों के साथ बीजेपी सरकार सत्ता में आयी है वह सभी वादे जुमले साबित हुए हैं। देश के हर वर्ग का नागरिक आज महंगाई, बेरोजगारी सहित अन्य समस्याओं से जुझ रहा है। पाॅपुलर फ्रन्ट आॅफ इण्डिया के प्रदेश उपाध्यक्ष असलम खांन ने कहा कि युवा शक्ति ही देश का भविष्य निर्धारित करती है। इसीलिए युवाओं को देशहित में लगातार अपना योगदान देना चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता जुगराज ने दलितटन, मुस्लिमों, पिछड़ों, आदिवासियों को साथ चलने की सलाह दी।