“एक क्लिक पर उपलब्ध होगी योजनाओं की जानकारी”
छात्रवृत्ति का आवेदन स्वीकृत हुआ या नहीं, स्वीकृत हो गया तो लाभार्थी के बैंक खाते में पैसा कब जमा हुआ, गिरदावरी और जमाबंदी नकल कब मिलेगी, घरेलू पेयजल कनेक्शन के लिये सड़क काटने के आवेदन का क्या हुआ, इसके लिये सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। बस आपको अपने मोबाइल में जन सूचना एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करना भर है। इस एप पर एक क्लिक पर सरकारी योजनाओं की विभिन्न जानकारी उपलब्ध है।
राज्य सरकार के 19 विभागों की महत्वपूर्ण 75 योजनाओं के बारे में हर प्रकार की सूचना इस एप और पोर्टल पर उपलब्ध है। अपने आवेदन का रजिस्टेशन नम्बर दर्ज कर आप स्टेटस देख सकते हैं। किसी भी जिले या पंचायत समिति के कितने व्यक्तियों ने किस योजना में आवेदन किया, उनमें से कितनों को कब योजना का लाभ मिला, ये जानकारी भी एप पर उपलब्ध है।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने बताया कि सूचना का अधिकार अधिनियम में आवेदक को मांगने पर सूचना उपलब्ध करवायी जाती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शासन-प्रशासन में पारदर्शिता बढ़ाने के लिये राजस्थान इनोवेशन विजन (राजीव) के अन्तर्गत जन सूचना पोर्टल और एप लांच किया ताकि सूचना मांगने में आवेदक का समय और ऊर्जा खराब न हो, उसे बिना मांगे ही सूचना उपलब्ध हो जाये। सूचना के अधिकार में एक व्यक्ति द्वारा सूचना मांगने पर वह सूचना उसे ही मिलती है जबकि इस एप और पोर्टल पर दुनिया का कोई भी व्यक्ति निःशुल्क सूचना ले सकता है।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस एप को डाउनलोड करें ताकि उनको सरकारी कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़े और सभी प्रकार की सरकारी सूचनाएं एक ही क्लिक पर उपलब्ध हो जाये।
“जनआधार कार्ड से मिलेगा विभिन्न योजनाओं का लाभ”
राज्य सरकार की किसी भी व्यक्तिगत लाभ योजना का लाभ लेना है तो पात्र को जन आधार कार्ड बनवाना ही होगा क्योंकि अब इसने भामाशाह कार्ड का स्थान ले लिया है। अब तक भामाशाह कार्ड से ही आवेदक की आईडेंटी चिन्हित की जाती थी लेकिन पारदर्शिता बढ़ाने और राजकाज को अधिक सुचारू बनाने के लिये जन आधार कार्ड लांच किया गया है।
जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने बताया कि सभी व्यक्ति सम्बंधित ई-मित्र केन्द्र से अपना जन आधार कार्ड कलेक्ट कर ले। जिला कलेक्टर ने सभी एसडीएम को निर्देश दिये हैं कि वे रोज समीक्षा करें कि उनके क्षेत्र के किस ई-मित्र संचालक के पास कितने जन आधार कार्ड हैं और उसने कितने वितरित कर दिये। यह कार्ड सम्ंबधित व्यक्ति या उसके परिवार के सदस्य को ही वितरित करने हैं। किसी पडौसी या अन्य जानकार को कार्ड वितरित करने या इस कार्य में देरी, लापरवाही बरते पर ई-मित्र का लाइसेंस निरस्त कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। किसी भी व्यक्ति को कार्ड मिलने में परेशानी है तो सीधे जिला स्तरीय कंट्रोल रूम 07462-220201 पर फोन कर शिकायत कर सकता है। जन आधार में नामांकित परिवार आधार के माध्यम से बायोमेट्रिक सत्यापन करवाकर ई-मित्र केन्द्रेां से जन-आधार कार्ड प्राप्त कर सकते है। ई-मित्र केन्द्रों को कार्ड आवंटन सम्बन्धित लाभार्थी के मोबाईल पर मैसेज प्राप्त होता है। तदुपरान्त लाभार्थी ई-मित्र केन्द्रों पर जाकर आधार नम्बर से बायोमैट्रिक सत्यापन उपरान्त कार्ड प्राप्त कर सकता है। जन-आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण बहुउद्देश्यीय कार्ड है जो सरकार द्वारा प्रयोजित योजनाओं के लाभ प्राप्त करने हेतु अति-आवश्यक है। कार्ड धारक इस कार्ड को आवश्यक रूप से निर्धारित ई-मित्र केन्द्र से प्राप्त करें।
“आजीविका के लिये घर से निकलें लेकिन मास्क लगाकर”
सवाई मााधोपुर शहर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता कृष्णा गुप्ता ने सूचना केन्द्र में चल रही प्रदर्शनी का अवलोकन किया और “मैं सतर्क हूँ” अभियान के अन्तर्गत कोरोना जागरूकता के लिए अपनी सेल्फी लेकर इसे फेसबुक पर अपलोड किया।
कृष्णा गुप्ता ने बताया कि कोरोना काबू के बाहर होता जा रहा है। दिन-प्रतिदिन रिकॉर्ड तोड मरीजों की संख्या सामने आ रही है। लॉकडाउन लगाकर इसे काबू करने का प्रयास किया गया लेकिन आम आदमी की रोजी-रोटी को देखते ही लॉकडान की भी एक सीमा होती है, इसीलिये इसमे छूट दी गई। अब हमारी जिम्मेदारी पहले से भी ज्यादा बढ़ गयी है। आजीविका के लिये घर से निकलना है लकिन मास्क जरूर लगायें, किसी से हाथ न मिलायें। भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें, सार्वजनिक स्थान पर न थूकें। दो गज की दूरी का पालन करें। कृष्णा गुप्ता सहित प्रदर्शनी का अवलोकन करने आई महिलाओं ने बताया कि कोरोना से सतर्कता ही बचाव है। स्वयं सतर्क रहकर खुद बचे तथा दूसरों को जागरूक कर कोरोना से बचाव का संदेश जन जन तक प्रसारित करें।