टोंक बस स्टेण्ड के पास एक चार वर्षीय बालिका लावारिस अवस्था में घूम रही थी। बालिका को रोते देख चन्द्रशेखर आर्य ने चाइल्ड लाइन 1098 पर सुचना दी।
सूचना पर पहॅुचे चाइल्डलाइन टीम मेम्बर मनोज महावर एवं जीतराम मीणा ने बालिका को अपने संरक्षण में लेकर जीआरपी थाना पुलिस से डीडी एन्ट्री करा बालिका के परिजनो की तलाश शुरु की और दो घन्टे के अन्दर ही बालिका के परिजनो को ढूंढ निकाला। चाइल्ड लाइन काउन्सलर सीमा कंवरिया ने बताया कि बालिका अपने मामा के घर खडडा कालोनी में आयी हुई थी और दूध लेने के लिए 10 रुपये लेकर बाजार गई थी, जहॉ से रास्ता भटक गई और टोंक बस स्टेण्ड पहॅुच गयी। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष राकेश सोनी के आदेश से बालिका को उसके परिजनो के सुपुर्द कर दिया गया।