जिले की बेटियों का हौंसला बढ़ाने, उनमें आत्म विश्वास बढ़ाने और सफलता के मार्ग पर अग्रसर करने के लिए जिले में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं योजना के अंतर्गत शुरू किया गया नवाचार‘‘ हमारी लाड़ो‘‘ बेटियों के सपनों को पंख लगाकर उन्हें ऊंची उडान भरने के प्रेरित कर रहा है। नवाचार‘‘ हमारी लाड़ो‘‘ एवं विधिक सेवा शिविर के तहत आज शनिवार को जिला न्यायालय के एडीआर सेंटर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश अश्वनी विज तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्वेता गुप्ता ने केन्द्रीय विद्यालय की बेटियों से संवाद कर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया तथा बेटियों के सवालों का जवाब देकर उनका हौंसला बढ़ाया। इसी प्रकार कलेक्टर निवास पर जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने अपनी धर्मपत्नी हेमा राजेन्द्र के साथ बेटियों के सवालों का बेबाकी से जवाब देकर उनके सपनों को पंख लगाए। वहीं बेटियों ने जिला जज एवं कलेक्टर से बात कर गर्व का अनुभव किया तथा इस संवाद को जीवन में अविस्मरणीय बताया। एडीआर सेंटर पर जिला न्यायाधीश ने अश्वनी विज ने कहा कि संविधान ने हमें मौलिक अधिकार दिए है, इसके साथ हमारे कर्तव्य भी जुड़े हुए है। उन्होंने कहा कि हर चीज कानून से बंधी हुई है। जिला जज ने बेटियों से कहा कि हमें समाज का अच्छा एवं संस्कारवान नागरिक बनना है। एक बेटी अनुप्रिया के सवाल हमें ज्यूडीशियल ऑफिसर बनना है, कैसे बने के जवाब में जिला जज ने बिटिया का हौंसला बढ़ाया और कहा न्यायिक अधिकारी बनने की पूरी प्रक्रिया को समझाया। एक बेटी ने पूछा कि कई अभिभावक बच्चों की इच्छा एवं रूचि के बजाय अपनी इच्छा थोपते हैैं। जिला जज ने बेटी के सवाल पर कहा कि आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। बच्चे अच्छा एवं संस्कारवान इंसान बनकर माता-पिता की अपेक्षाओं पर खरे उतरकर देश एवं समाज में नाम रोशन करें। एक बेटी लक्षिता ने सवाल पर जिला जज ने जवाब दिया कि ग्रामीण परिवेश में भी बच्चों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। बेटे एवं बेटी में भेद नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने विभिन्न कानूनी पहलुओं के बारे में जानकारी दी। जिला जज ने राईट टू एजूकेशन, बाल संरक्षण के लिए टोल फ्री नंबर 1098 और जेंडर डिस्क्रिमिनेशन जैसे सवालों के जवाब देकर बेटियों को उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रतिभा एवं टेलेन्ट छिपता नहीं है। प्रतिभा को केवल अवसर पर प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। उन्होंने बेटियों से कहा कि वे अपने अधिकार एवं कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहे एवं समाज में अच्छा नागरिक बनकर देश के विकास में अपनी भागीदारी निभाएं। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्वेता गुप्ता ने बाल अधिकार, राइट टू एजूकेशन सहित अन्य बाल अधिकार से जुड़े कानूनों की जानकारी तथा बेटियों को बढ़ावा देने एवं सफलता के लिए कडी मेहनत करने का संदेश दिया। इस अवसर पर जिला न्यायाधीश की पत्नी प्रियंका विज ने कहा कि आज बेटियां आगे बढ़ रही है, ये गर्व की बात है।
इस मौके पर बेटियों को विधिक ब्रोशर भी प्रदान किए गए। बेटी लक्षिता ने कहा कि हम अपने-आप को मजबूत करें, बदलाव हम खुद लाएंगी पर जिला जज ने उसकी सोच की सराहना की। कार्यक्रम में बेटी स्वाती, आकांक्षा, अनुप्रिया, श्वेता, सुहानी और काजल ने भी अपने सवालों के जवाब प्राप्त किए। इसी प्रकार कलेक्टर निवास पर कलेक्टर राजेन्द्र किशन एवं उनकी पत्नी हेमा राजेन्द्र ने केन्द्रीय विद्यालय की बेटियों को सफलता के मार्ग पर बढ़ने के टिप्स दिए। उन्होंने दृढ निश्चय के साथ कडी मेहनत करने का संदेश दिया तथा कहा कि लक्ष्य के प्रति जुट जाओ, सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने बेटियों से खुलकर संवाद किया तथा उनकी रूचि, अभिरूचि के बारे में जानकारी ली। बेटियों ने भी अपने सपनों एवं लक्ष्य को पाने के लिए जुटकर मेहनत करने का वादा किया। कलेक्टर और उनकी पत्नी ने आर्ट, कल्चर तथा शिक्षा के संबंध में बेटियों के सवालों को गंभीरता से सुना तथा उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। कलेक्टर निवास पर बेटी शालू मीना ने आईएएस एवं मिताली चौधरी ने स्पेस साइंटिस्ट एवं पाइलट बनने की संकल्प व्यक्त किया। इस पर कलेक्टर ने बेटियों को मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर महिला अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक ऋचा शर्मा, एडीईओ मंजू जैन, एडीईओ घनश्याम बैरवा, पीआरओ सुरेश गुप्ता, बाल अधिकारिता सहायक निदेशक श्रृद्धा गोत्तम और प्रधानाचार्य केन्द्रीय विद्यालय राजेश्वर सिंह भी उपस्थित थे।