जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए हैं कि वे अपने अधीनस्थ अधिकारियों से जिले के सभी बांधों की सुरक्षा ऑडिट करवा कर 2 दिन में रिपोर्ट दें। आज बुधवार को कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि इस रिपोर्ट में उल्लेख होगा कि अभी बांध किस हालत में है, रिसाव तो नहीं है, मौके पर क्या संसाधन हैं, डूब क्षेत्र में आने वाले ग्रामीणों को अलर्ट करने तथा अफवाहों का मुकाबला कर सही सूचना देने का सिस्टम क्या है। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि नियंत्रण कक्ष पर सूचनाओं को अपडेट रखे तथा प्रशासन को भी लगातार सूचित करें। अफवाह आदि फैलाने वालों के खिलाफ कार्यवाही करवाएं। जल संसाधन विभाग के अभियन्ता ने बताया कि चालू मानसून में अब तक जिले के 10 बांधों पर चादर चली है, सभी बांध सुरक्षित हैं। मानसरोवर एवं देवपुरा बांध की वेस्टवेयर के क्षतिग्रस्त दीवार की मरम्मत का कार्य हो चुका है। जिले के 8 बांध अभी पूरे नहीं भरे हैं।
जेवीवीएनएल अधीक्षण अभियन्ता ने बताया कि झौंपडा के पेयजल सोर्स को छोड़कर पूरे जिले में कहीं भी बिजली सप्लाई बाधित नहीं है तथा झौंपडा में भी रिस्टोरेशन का कार्य जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता ने बताया कि जिले में 8 सड़कों पर अभी आवागमन बाधित है।
ये सड़कें गत दिनों हुई भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई थी। इनमें इटावदा, दोलोडा, झोपडा गलवा, चितारा, घुडासी मार्गों सहित अन्य बाधित मार्गों को जल्द से जल्द रिपेयर करने के संबंध में जानकारी दी। नगरपरिषद के अधिशासी अभियंता ने बताया कि जिला मुख्यालय पर कागजी, बम्बोरी समेत 6 पुलिया बरसात में क्षतिग्रस्त हुई हैं। कलेक्टर ने पूर्ण गुणवत्ता के साथ इनकी मरम्मत करवाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने गणेश धाम से जोगी महल वाले रास्ते में गत दिनों रास्ता बाधित होने के बाद चल रहे कार्य की जानकारी ली तथा शीघ्र रास्ता खुलवाने के संबंध में निर्देश दिये। उन्होंने अमरेश्वर, सीता माता सहित पानी वाले प्रमुख स्थलों पर चेतावनी बोर्ड एवं संकेतक लगवाने के संबंध में दिए निर्देशों की क्रियान्विति समीक्षा की। उन्होंने रपट, सड़क, पुलिया के पास फ्लड गेज लगाने के निर्देश दिए ताकि पता चल सके कि पानी का कितना बहाव है।
कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को गुरूवार को कोविड-19 टीकाकरण का विशेष अभियान चलाने, खंडार, चौथ का बरवाड़ा, सवाई माधोपुर उपखंड के जिन गांवों में जल भराव की स्थिति बनी थी वहॉं मलेरियारोधी गतिविधि चलाने एवं अधिक से अधिक ब्लड स्लाइड लेकर जांच करवाने, मलेरिया दवा किट का वितरण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों की विशेष गिरदावरी, फसल खराबा के संबंध में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए संबंधित अधिकारियों को सूचित करने, कच्चे-पक्के मकानों के गिरने एवं केजुएल्टी के संबंध में तुरंत रिपोर्ट एवं सूचना भिजवाएं। मकानों का सर्वे कर रिपोर्ट भेजने के पूर्व में दिये निर्देशों की पालना की समीक्षा भी की।