यश फाउंडेशन ने बौद्धिक दिव्यांग बालक सक्षम को किया परिजनों के सुपुर्द
जीआरपी को गत 31 मार्च 2022 को सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर बौद्धिक दिव्यांग बालक मिला। 1 अप्रैल 2022 को बालक को यश दिव्यांग सेवा संस्थान में प्रवेश दिलाया गया। संस्था निदेशक सीमा अरोड़ा ने बताया कि बौद्धिक दिव्यांग बालक 31 मार्च 2022 को जीआरपी को लावारिस अवस्था में सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन पर मिला। इसके बाद बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे अस्थाई तौर पर यश दिव्यांग सेवा संस्था में प्रवेश दिलाया गया।
संस्था में परामर्श के दौरान बालक ने अपना नाम सक्षम बताया। लेकिन बौद्धिक दिव्यांग होने के कारण बालक कुछ भी नहीं बता पाया। यश दिव्यांग सेवा संस्थान के परामर्शदाता एवं स्पेशल एजुकेटर नितेश, ब्रजराज, काशीराम, दीपक और विकास ने बालक से बार-बार परामर्श एवं जानकारी प्राप्त करना चाही लेकिन बौद्धिक दिव्यांग बालक कुछ भी बताने में असक्षम था।
तत्पश्चात फाउंडेशन की टीम ने सोशल मीडिया अपने स्तर पर लगातार पता करने की कोशिश जारी रखी। उसके बाद बालक की जानकारी उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के आसपास की मिली। यश दिव्यांग सेवा संस्थान की टीम ने हाथरस जिले के आसपास जानकारी प्राप्त की तथा बालक के परिजनों संपर्क किया बालक के माता-पिता को बुलाकर बाल कल्याण समिति के आदेश से बालक को उनके परिजनों को सुपुर्द किया गया।
बालक के परिजन अपने बच्चे से मिलकर बौद्धिक दिव्यांग बालक सक्षम एवं परिजन बहुत प्रसन्न हुए तथा परिजनों द्वारा संस्था को धन्यवाद दिया गया। बौद्धिक दिव्यांग बालक को मिलाने के लिए टीम को बहुत आभार व्यक्त किया गया।