जिला प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीना ने मित्रपुरा कैम्प में कौशल्या पत्नी श्रीनारायण को दिव्यांगता प्रमाण-पत्र वितरित किया तो कौशल्या के साथ ही अन्य ग्रामीणों की भी बड़ी चिन्ता दूर हुई। बीमारी के चलते चिकित्सकों को कौशल्या की एक टांग ऑपरेशन कर काटनी पड़ी। अब उसका दिव्यांगता प्रमाण-पत्र बन गया है तो व्हील चैयर मिल जाएगी। 1-2 दिन में दिव्यांगता पेंशन स्वीकृत हो जायेगी। उसे निःशुल्क रोडवेज पास भी मिल जायेगा।
कौशल्या ने बताया कि बीमारी से बचकर लौटी हूं, यह मेरा नया जीवन है लेकिन इस नये जीवन को संवारने में राज्य सरकार की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुझे अब काफी सुविधायें मिलेंगी, जिससे जिन्दगी आराम से कट जायेगी। मुख्यमंत्री जी ने जो सहारा दिया है, उसके लिये मैं उनको दुआयें देती हूं।
वीरा को मिला विकलांगता प्रमाण पत्र
प्रशासन गांव के संग अभियान कईयों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आ रहे है। गंगापुर के उदेई कलां में छोटी सी बच्ची वीरा चौहान को भी शिविर में विकलांगता प्रमाण मिला, जिससे उसके कई कार्य आसानी हो सकेंगे। एसडीएम अनिल चौधरी ने बताया कि शिविर में 6 साल की वीरा चौहान आंखों पर काफी मोटा चश्मा लगाकर आई। शिविर में उसके पिता ने बताया कि बच्ची को जन्म से ही कम दिखता था। आपरेशन करवाने पर भी सही दिखाई नहीं दे रहा था।
शिविर में मेडिकल टीम को दिखाया गया तथा जांच के उपरांत विकलांग प्रमाण पत्र बना दिया गया। वहीं जनाधार में भी संशोधन कर दिया। अब वीरा को राज्य सरकार की ओर से पैंशन एवं अन्य योजनाओं को लाभ मिल सकेगा। वीरा के पिता प्रशासन एवं सरकार का आभार व्यक्त करते हुए शिविर के लिए मुख्यमंत्री को दुआ देते नजर आए।