उत्तराखंड: केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के चलते सोनप्रयाग के समीप हुए भूस्खलन में 5 लोगों की मलबे में दबने से मौ*त हो गई है। हा*दसे में तीन लोग घायल हैं, जिनका इलाज चल रहा है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ यात्री मलबे में दब गए है। ये यात्री भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र से गुजरते हुए गौरीकुंड से सोनप्रयाग की ओर आ रहे थे।
सूचना मिलने पर पर पुलिस, प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीएरएफ और डीडीआरएफ की ओर से संयुक्त रेस्क्यू अभियान चलाया गया। जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा ने बताया कि “रेस्क्यू के दौरान देर रात को इस स्थान से तीन लोग घायल अवस्था में निकाले गए जबकि एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला, जिसको डाॅक्टरों ने मृ*त घोषित कर दिया। बीती रात के खराब मौसम और लगातार पहाड़ से मलबा-पत्थर आने के कारण रेस्क्यू टीमों को अपना कार्य करने में दिक्कतें आई और रेस्क्यू कार्य रोकना पड़ा।
जनपद पुलिस के स्तर से यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शाम के 6:30 बजे के बाद आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी गई थी, जो लोग इस समय से पहले गौरीकुंड से सोनप्रयाग की ओर चले गये थे, उन लोगों के साथ यह हा*दसा हुआ। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मंगलवार तड़के रेस्क्यू टीमों ने दोबारा रेस्क्यू कार्य शुरू किया। घटनास्थल पर तीन व्यक्ति (दो महिला और एक पुरुष) अचेत अवस्था में मिले, जिनको डाॅक्टरों ने मृ*त घोषित कर दिया।
उन्होंने बताया कि आज सुबह से लगातार चले रेस्क्यू अभियान के दौरान कुछ देर बाद रेस्क्यू टीमों को एक और महिला अचेत अवस्था में मिली, जिनको डाॅक्टरों द्वारा मृ*त घोषित किया है। इस प्रकार इस हादसे में मृ*तकों की संख्या पाँच हो गई है। पैदल मार्ग आवागमन के लिए चालू कर दिया गया है। सुरक्षा बलों की देखरेख में यात्रियों को सुरक्षित तरीके से सोनप्रयाग की ओर भेजा जा रहा है। इससे पहले सोमवार रात को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना के संबंध में एक्स पर सूचना दी थी। उन्होंने बताया कि वो घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और यात्रियों के सकुशल होने की कामना करते हैं।