राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन 15 जनवरी से 14 फरवरी, 2024 के मध्य किया जा रहा है। इस संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव की अध्यक्षता में आज सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। जिला कलेक्टर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली कुल मृत्यु दर में से 50 प्रतिशत से अधिक मृत्यु दर 35 वर्ष तक की आयु वाले युवा वर्ग की है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह में यातायात नियमों की जागरूकता संबंधी गतिविधियां मुख्य रूप से युवा वर्ग को केन्द्र में रखकर आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट, चौपहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट लगाने तथा यातायात नियमों का पालन करने से यातायात व्यवस्था सुरक्षित एवं व्यवस्थित रहती है जिससे जान और माल की सुरक्षा होती है।
उन्होंने कहा कि शराब या अन्य नशा कर बेतरतीब वाहन चलाने वालों के साथ-साथ गति सीमा से अधिक गति से वाहन चलाने वालों तथा ट्रैक्टरों पर डीजे लगाकर ध्वनि प्रदूषण करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई पुलिस, आबकारी विभाग एवं परिवहन विभाग द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि गत वर्ष सवाई माधोपुर में 370 सड़क दुर्घटनाएं हुई है जिससे बहुत से घर बर्बाद हो गए हैं। बहुत से घरों में आजीविका कमाने वाले की दुघर्टनाओं का मृत्यु होने के कारण घरों की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है। उन्होंने सवाई माधोपुर शहर के सड़क मार्गों पर यूआईटी, नगर परिषद तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग को नये एवं जो क्षतिग्रस्त हो गए है उनके स्थान पर भी नये साईनेज बोर्ड लगाने के निर्देश दिए है।
यातायात नियमों का पालन न करने वालों के भेजें फोटो-विडियों:-
जिला कलेक्टर ने कहा कि यातायात नियमों की अवहेलना करने वाले दुपहिया एवं चौपहिया वाहन चालकों के फोटो एवं विडियों उनके व्हाट्सएप नंबर 9530314000 के साथ-साथ अन्य पुलिस व परिवहन अधिकारियों को भेजे ताकि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकें।
विद्यालयों की प्रार्थनाओं में विद्यार्थियों को यातायात नियमों के प्रति करें जागरूक:-
जिला कलेक्टर ने कहा कि विद्यालयों में पढ़ने वाली भावी पीढ़ियों को प्रार्थनाओं में साईनेज एवं लघु फिल्मों के माध्यम से यातायात नियमों के पालन की महत्ता बताते हुए उन्हें जागरूक किया जाए। ताकि वे बड़े होने पर न सिर्फ वह स्वयं यातायात नियमों का पालन करें बल्कि अपने परिजनों को भी इन नियमों की पालना करने के संबंध में जागरूक कर सकें।
राजकीय कार्यालयों एवं विद्यालयों में फर्स्ट एड किट:-
जिला कलेक्टर ने कहा कि दुर्घटनाएं किसी को बताकर नहीं आती इसके लिए हमे पूर्व में ही अपने कार्यालयों एवं विद्यालयों में फर्स्ट एड किट की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए ताकि किसी कार्मिक या विद्यार्थी की दुर्घटना में घायल होने की स्थिति में उसे फर्स्ट एड दिया जा सके।
इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर जीतेन्द्र सिंह नरूका, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी दयाशंकर गुप्ता, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना सहित संबंधित विभागीय अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित रहे।