सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट तापस सोनी के निर्देशन में पैरा-लीगल वालंटियर आलोक नाथ द्वारा स्थानीय थाना परिसर में बाल विवाह रोकथाम हेतु शिविर का आयोजन कर विधिक योजनाओं की जानकारी देकर हिंसात्मक प्रकरणों के बारे में थानाधिकारी रोहित चावला से जानकारी प्राप्त की।
शिविर के दौरान लोगों को पीड़ित प्रतिकर स्कीम के वैकल्पिक विवाद निस्तारण, लोक अदालत एवं मध्यस्थता से मामलों का निपटारा करने हेतु जानकारी प्रदान कर प्रेरित किया। साथ ही साथ थाना अधिकारी से पैरा-लीगल वालंटियर ने गुमशुदा बालकों, बाल लैंगिक हिंसा, बाल तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह के प्रकरणों संबंधी जानकारी प्राप्त कर बाल विवाह रोकथाम एवं उसके दुष्परिणामों के बारे में भी जानकारी दी।
पीएलवी आलोक कुमार ने लोगों को विधिक सेवा संस्थान एवं विधिक प्रावधानों से संबंधित जानकारी के पंपलेट वह फोल्डर वितरित किए।
शिविर के दौरान संतोष कोली, प्रकाश चंद ,पदम चंद कोली, एसआई होशियार सिंह, एएसआई राधेश्याम चौधरी एवं कांस्टेबल मधु यादव मौजूद रहे।
इसी के साथ बाल विवाह रोकथाम हेतु पैनल अधिवक्ता रामजी लाल जाट एवं पैरा लीगल वालंटियर हरिप्रसाद गुर्जर ने विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन ग्राम पंचायत अनियाला में किया।
इस अवसर पर स्थानीय ग्राम पंचायत के सरपंच हरिमोहन मीणा एवं अन्य वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे।
पैनल अधिवक्ता रामजी लाल जाट ने बाल विवाह की रोकथाम बाल विवाह के दुष्परिणाम एवं बाल विवाह करवाने वाले लोगों को सजा के बारे में प्रावधान बताया एवं पैरा-लीगल वालंटियर हरिप्रसाद गुर्जर ने बाल विवाह रोकथाम हेतु पोस्टर, पंपलेट वितरित कर लोगों को बाल विवाह नहीं करने हेतु प्रेरित किया।