कस्बे के ग्रामीणों ने क्षेत्र में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार में अनियमितता में भ्रष्टाचार को लेकर एक पत्र मुख्यमंत्री को लिखते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार वितरण में सीडीपीओ बामनवास की संदिग्ध संलिप्तता की जांच करवा कर कार्यवाही करने की गुहार की है।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया की बामनवास क्षेत्र में अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र समय पर खुलते ही नहीं है। ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने के बाद आंगनबाड़ी केंद्र खुलजाते हैं तो वहां धात्री व गर्भवती महिला सहित बालको को दिया जाने वाला पोषाहार अधिकतर वितरित ही नहीं किया जाता है। जहां कहीं भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर दबाव के चलते पोषाहार का वितरण होता है वहां पहुंचा इतना घटिया होता है कि वह जानवरों के भी खाने लायक नहीं है।
इस मामले का खुलासा करते हुए ग्रामीणों द्वारा बामनवास की विधायक इंदिरा मीणा के सर्वप्रथम विधायक बनने के बाद पहली ली गई। ब्लॉक स्तरीय बैठक में उपखंड कार्यालय में विधायक के समक्ष आंगनबाड़ी केंद्रों पर होने वाले घटिया पोषाहार की थैली दिखा कर कार्यवाही की मांग की थी। जहां विधायक द्वारा मौके पर सीडीपीओ को गुणवत्तापूर्ण पोशाहार का वितरण करने के निर्देश भी दिए गए थे।
गौरतलब है कि बामनवास क्षेत्र में आंगनबाड़ी पोषाहार में घालमेल की शिकायतें कई बार ग्रामीण उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं। वहीं अनियमितता की शिकायत करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी जाने की शिकायत भी मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में ग्रामीणों द्वारा की गई है।