सवाई माधोपुर जिले के बामनवास क्षेत्र की कोयला ग्राम सहकारी समिति के अधिकारियों द्वारा कोयला गांव के सैंकड़ों किसानों के नाम फर्जी तरीके के अल्पकालीन ऋण उठाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।

जानकारी के अनुसार ग्रामीणों को मामले का पता उस वक्त लग जब गांव के 600 से भी अधिक किसानों का नाम जीएसएस की ऋण माफी लिस्ट में आया। जबकि ग्रामीणों केअनुसार उन्होंने कभी जीएसएस से ऋण लिया ही नहीं। ग्रामीणों का आरोप है कि जीएसएस व्यवस्थापक द्वारा अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों से मिली भगत कर गांव के 600 से भी अधिक किसानों के नाम फर्जी तरीके से ऋण उठा लिया गया ओर बड़ी बात ये है कि वो ऋण माफ भी हो गया। ग्रामीणों को अंदेशा है कि मामले में केंद्रीय सहकारी बैंक बामनवास के अधिकारियों की भी मिलीभगत उजागर हो सकती है। क्योकी बैंक अधिकारियों की मिली भगत के बिना इतना बड़ा फर्जीवाड़ा नही हो सकता है। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर मामले की जांच कर दोषी अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।