सकल दिगम्बर जैन समाज द्वारा जैन धर्म के तृतीय तीर्थंकर भगवान संभवनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव सर्वार्थसिद्धि क्षेत्र समिति, नवयुवक व महिला मण्डल के संयुक्त तत्वावधान में उत्साह व उमंग के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए। श्रद्धालुओं ने कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रमों में महिलाओं की विशेष भागीदारी रही।
भगवान संभवनाथ की भक्ति से सराबोर रणथम्भौर दुर्ग स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में कार्यक्रम की शुरूआत मांगलिक क्रियाओं के साथ दिव्य मंत्रोच्चारपूर्वक पुनित जल से किए गए जिनेन्द्र देव के अभिषेक के साथ ही। विश्व शांति की कामना के साथ स्वर्ण कलश से धनेश जैन, तरूण बज, सुनील बाकलीवाल, शांति बाबू पांड्या, स्वतंत्र पहाड़िया द्वारा शांतिधारा कर जिनेन्द्र देव के चरणों में प्रवाहित की गई और चंवर ढुलाए।
समाज के प्रवक्ता प्रवीण कुमार जैन ने बताया कि अभिषेक व शांतिधारा के उपरांत इन्द्र-इन्द्राणियों ने देव-शास्त्र-गुरू की पूजन के साथ विशेष रूप से भगवान संभवनाथ की अष्ट द्रव्यों से पूजन की गई। निर्वाण कांड का जोरदार स्वरों में सामूहिक उच्चारण करते हुए हाथों में अध्र्य, श्रीफल लेकर भाव-भीनी भक्ति समर्पित करते हुए उत्साह के वातावरण में मंत्रों के बीच राजेश बाकलीवाल द्वारा मोक्ष के प्रतीक स्वरूप मोदक (निर्वाण लड्डू) प्रभु चरणों में अर्पण कर श्रावकों के मन मुदित हो उठे। मोदक अर्पण करते ही जिनालय परिसर भगवान संभवनाथ के जयकारों से गूंज उठा।
कार्यक्रम को गीत-संगीत के साथ आगे बढ़ाते हुए सर्वार्थसिद्धि महिला मण्डल द्वारा भक्तामर विधान मण्डल का भक्तिपूर्वक पूजन कर महिलाओं के समूह ने मण्डल पर 48 अध्र्य समर्पित कर अपने आपको धन्य करते हुए वातावरण को भक्तिमय बना दिया। विधान पूजन से पूर्व मण्डल पर सपना बज, मधु छाबड़ा, शकुन्तला बड़जात्या, टोनी जैन श्रीमाल, भावना बैनाड़ा द्वारा मंगल कलशों की स्थापना की तथा सर्वार्थसिद्धि महिला मण्डल की अध्यक्ष बेला बज, महिमा कासलीवाल द्वारा मंगल दीपक की स्थापना की गई। साथ ही सर्वार्थसिद्धि महिला मण्डल की मंत्री पुष्पा जैन श्रीमाल द्वारा जिनवाणी की स्थापना की गई।