कोरोना महामारी से लड़ने के लिए सब मिलकर प्रोटोकाॅल की पालना करें। सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए मेडिकल एडवाईजरी को फॉलो किया जाए। पूजा एवं इबादत अपने घर पर रहकर ही करें। विवाह या अंतिम संस्कार किया जाना है तो संबंधित अधिकारी से अनुमति के बाद ही नियमों की पालना करते हुए किया जाए। यह बात जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया ने कलेक्ट्रेट सभागार में शांति समिति की बैठक उपस्थित सदस्यों से कही।
कलेक्टर ने शांति समिति के सदस्यों से कहा कि अप्रेल माह में परशुराम जयंती, अक्षय तृतीया, रमजान आने वाले है। कोई भी जुलूस, नमाज, पूजा आदि के कार्यक्रम नहीं होंगे। पूजा एवं इबादत घर पर ही की जाए।
कलेक्टर ने कहा कि दुपहिया वाहन पर एक से अधिक एवं चार पहिया वाहन पर दो से अधिक सवारी नहीं हो, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि खुद सावधानी बरतें, बाहरी लोगों को नहीं आने दे, कोई आया है तो तुरंत सूचना दे। किसी को खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण है तो छिपकर नहीं रहे, आगे आकर जांच करवाएं। इसमें स्वयं की, परिवार की एवं सभी की भलाई है।
शांति समिति की बैठक में पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि जिन स्थानों पर जीरो मोबिलिटी (कर्फ्यू) क्षेत्र घोषित किया हुआ है, वहां कोई बाहर नहीं आए। सभी बंदोबस्त किए गए है। अन्य स्थानों पर भी अनावश्यक लोग बाहर नहीं निकले, प्रोटोकाॅल की पालना करें। उन्होंने सभी को अपनी कांन्टेक्ट हिस्ट्री मेन्टेन करने के लिए लोगों को जागरूक करने का आग्रह किया।
बैठक में अतिरिक्त कलेक्टर भवानी सिंह पंवार ने बताया कि जिले में संसाधनों एवं आवश्यक सामग्री की कोई कमी नहीं है। लोग पेनिक नहीं हो, घबराएं नहीं, प्रोटोकॉल की पालन करते हुए प्रशासन का सहयोग करें। घर पर रहने में ही समझदारी है तथा कोरोना से जीता जा सकता है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र कुमार ने भी जानकारी रखी। बैठक में शांति समिति के सदस्य असरार अहमद, विनोद जैन, बसंतीलाल, विमल कुमार, डाॅ. नगेन्द्र शर्मा, आचार्य लोकेन्द्र सहित अन्य भी उपस्थित थे। सभी ने प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग का भरोसा दिलाया।