रेलवे के निजीकरण के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के आव्हान पर सोमवार को जन आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन एवं मंडल सह सचिव श्रीप्रकाश शर्मा ने बताया कि कल सोमवार को सुबह रेलवे पावर हाउस, रेलवे अस्पताल एवं रेलवे स्टेशन पर लौबी पर द्वार सभाओं का आयोजन कर केंद्र सरकार की रेलवे का निजीकरण करने की नीतियों का खुलासा किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा 151 यात्री गाड़ियों को 109 रूटों पर प्राइवेट ऑपरेटर्स के द्वारा चलाई जाने, रेलवे कल कारखानों का निगमीकरण करने, रेलवे स्टेशनों को उद्योगपतियों को बेचने एवं रेलवे कर्मचारियों के कार्यों को ठेकेदारों से कराए जाने से नाराज रेल कर्मचारियों ने अब आम जनता को भी इस आंदोलन में शामिल करने का निर्णय लिया है।
यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन का कहना है कि रेलवे के निजीकरण से रेल कर्मचारियों का भविष्य अंधकारमय होगा ही इसके साथ साथ रेलवे मे दिन प्रतिदिन यात्रा करने वाले छात्रों महिलाओं ग्रामीण जनता आमजन और समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ रेलवे के माध्यम से अपना धंधा करके जीवन यापन करने वाले करोड़ों आमजन को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
यूनियन के नेता श्रीप्रकाश शर्मा ने बताया यूनियन कार्यकर्ताओं ने आमजन को आंदोलन में शामिल करने के लिए बुद्धिजीवी वर्ग, राज्य कर्मचारी संगठन, पेंशनर्स एसोसिएशन, श्रमिक संगठनों, व्यापारिक संगठनों, छात्र संगठन, दैनिक यात्री संघ, अल्पसंख्यक समुदाय, एसटी एससी ओबीसी ग्रुप, खिलाड़ियों, छोटे उद्यमियों, महिला वर्गों से संपर्क कर जन आंदोलन में जुड़ने की अपील की।