राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व महासचिव एवं कांग्रेस नेता नरेश मीणा एवं उनके साथियों की रिहाई एवं मुकदमा वापस लेने के लिए जिले के युवाओं ने अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में बताया गया कि 17 सितम्बर को नरेश मीणा व उनके साथियों द्वारा कवाई थाने में अवैध बजरी से भरा ट्रक पकड़ कर जब्त करवाया गया था। जिस पर पुलिस प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसके विरोध में नरेश मीणा व उसके साथियों ने कवाई पुलिस थाने के सामने गांधीवादी तरीके से विरोध प्रदर्शन कर भूख हड़ताल पर बैठ गए। लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा बर्बरता पूर्वक उनके ऊपर लाठीचार्ज किया गया। नरेश मीणा एवं अन्य 9 साथियों पर पुलिस प्रशासन द्वारा संगीन धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज कर एवं बंद कर उनके साथ मारपीट की गई।
जिला मुख्यालय पर युवा साथियों ने कहा है कि 48 घंटे में झूठे मुकदमे हटाकर रिहा नहीं किया तो प्रदेश भर में युवाओं का सैलाब नरेश मीणा के समर्थन में उतरेगा, जिसकी जिम्मेदारी राजस्थान सरकार एवं प्रशासन की होगी।
ज्ञापन देने वालों में मोतीलाल मीणा जड़ावता, ऋषिकेश करमोदा, दिनेश बैंसला, लाखन मीना, बृजेश शर्मा, लोकेश मीना, विकास अजनोटी, विमल भेसखेडा, चेतन मैनपुरा, विनोद मैनपुरा, दीपक, कमलेश फौजी, अशोक महाराजा सहित कई दर्जनों साथी उपस्थित थे।