बहुचर्चित नाबालिग दुष्कर्म मामला जिसमें सुनीता वर्मा एवं हीरालाल मीणा सहित 5 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अलावा जो भी पुलिस जाँच में दोषी पाया जाएगा, इस मामले में जिसकी लिप्तता होगी, उसको नहीं बख्शा जाएगा, वो चाहे कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो। यह बात शनिवार को पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने अपने कार्यालय कक्ष में मीडिया से रूबरू होते हुए कही।
चौधरी ने कहा कि यह बहुत ही गम्भीर संवेदनशील मामला है, इसलिए मीडिया को भी कानूनी प्रक्रिया का ध्यान रखते हुए समाचार कवरेज करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मामले में तीन लोग नामजद थे, उनमें सुनीता वर्मा व हीरालाल को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। उसके बाद 3 अन्य को इनकी निशानदेही तथा जाँच पड़ताल में अपराध में शामिल होना पाया तो हिरासत में लिया गया है। जबकि नामजद एक महिला आरोपी फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि पुलिस पूरी ईमानदारी से मामले की जाँच कर रही है। 22 सितम्बर को मामला दर्ज हुआ। उसके बाद एक सप्ताह में आरोपियों की गिरफ्तारी का सिलसिला शुरू हो गया। जो लोग इस घटनाक्रम से जुड़े हैं उनकी भी शीघ्र गिरफ्तारी का भरोसा दिलाते हुए पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने मीडिया के जरिये अपील की, कि अगर कोई परिवार या अन्य बालिका इस गिरोह के चंगुल में फंसी है, पर किसी कारणवश सामने नहीं आ पा रहे हैं, वे सीधा उनसे सम्पर्क करें। उनकी पहचान पूरी तरह गुप्त रखकर उन्हे न्याय दिलाना पहली प्राथिमिकता होगी।
पुलिस अधीक्षक ने दावे के साथ कहा कि वे जाँच में किसी कोताही को बर्दाश्त नहीं करेंगे और दोषी लोगों को सजा दिलाने में कोई कोरकसर नहीं छोड़ेंगे।