पिछले साल लंपी रोग की वजह से अपनी दुधारू गायें गंवाने वाले पशुपालकों की आर्थिक सहायता के लिए जिला स्तरीय लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम शुक्रवार को रामसिंहपुरा स्थित राजीव गांधी क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में जिले के हजारों लाभार्थी पशुपालक शामिल हुए।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित राजस्थान किसान महोत्सव के लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम में प्रदेश के 42 हजार पशुपालकों के खातों में 175 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए। इस मौके पर जिले के 482 पशुपालकों के खातों में भी 2 करोड़ रुपए की मुआवजा राशि हस्तांतरित की गई। मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिला स्तरीय कार्यक्रमों से जुड़े और लाभार्थियों से संवाद भी किया।
जिले के लाभार्थी पशुपालकों ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि उनके खातों में आई सहायता राशि से वे नए पशु खरीद सकेंगे, जिससे उन्हें घर चलाने में आसानी होगी तथा बच्चों को बेहतर पोषण मिल सकेगा। लंपी महामारी में दुधारू गोवंश गंवाने वाले पशुपालकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से आर्थिक सहायता देने की घोषणा बजट में की गई थी। इसके क्रियान्वयन में आज प्रदेशभर के पशुपालकों के खातों में प्रति परिवार 2 दुधारू गोवंश के लिए 40-40 हजार रुपये डीबीटी से भेजे गए।
वर्तमान में राज्य सरकार प्रत्येक परिवार के लिए 2-2 दुधारू पशुओं (गाय) का प्रति पशु 40 हजार रुपये का बीमा कर रही है। कार्यक्रम में जिला प्रमुख सुदामा मीना, अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक खन्ना, एसडीएम कपिल शर्मा, जनप्रतिनिधि, मीडिया कर्मी एवं लाभार्थी उपस्थित रहे।
ग्रामीण महिला विद्यापीठ, उ.मा. विद्यालय मैनपुरा, सवाई माधोपुर
माध्यम अंग्रेजी एवं हिन्दी
कक्षा – L.K.G. से 12वीं तक
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