खिरनी नगरपालिका के समीपवर्ती गांव जोलंदा से दोबड़ा तक सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा 28 करोड़ 40 लाख रूपये की लागत से लगभग 8 किलोमीटर लम्बी व 7 मीटर चौड़ी डामरीकरण व सीसी रोड़ का कार्य पिछले 22 जुलाई 2022 से शुरू किया गया था। लेकिन संबंधित ठेकेदार की लापरवाही के चलते आज तक कार्य पूरा नहीं होना क्षेत्र के ग्रामीणों को भारी पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा कार्य कछुआ चाल से करवाया जा रहा है। जिसके चलते कार्य पूरा होने की तो दूर की बात है अभी आधा कार्य भी नहीं हुआ है।
जोलंदा पंचायत के सरपंच विजेन्द्र सिंह गुर्जर, रतन लाल मीणा, श्याम लाल मीणा, शिवदयाल शर्मा, रामकिशन गुर्जर, जोलंदा पंचायत के पूर्व सरपंच राहयबहादुर शर्मा, कांग्रेस के देहात क्षेत्र के जिला अध्यक्ष घासी लाल बैरवा सहित कई लोगों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा जोलंदा व महेश्वरा गांव के बीच लगभग 4 पुलिया है जिनका कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। बरसात होने से पुलिया पर पानी भर जाने व चिकनी मिट्टी होने के कारण स्कूली बच्चे, स्कूल की बसें, दुपहिया वाहन सहित सभी वाहन चालकों व राहगीरों का निकलना व बीमार व्यक्ति व प्रसव पीड़ित महिलओं को खिरनी सामुदायकि स्वास्थ्य केन्द्र पर लाना ले जाना दुश्वार हो रहा है।
वहीं ग्रामीणों सहित सरपंच विजेंन्द्र सिंह गुर्जर का आरोप है कि रोड़ का कार्य भी मापदण्ड के अनुसार नहीं हो रहा है कहीं पर 7 मीटर की चौड़ाई है तो कहीं पर 6 मीटर की चौड़ाई की रोड़ बनाई गई है। स्कूल की बसों व चौपहिया वाहनों को जोलंदा गांव के पास ही खड़ा करना पड़ता है जिससे विद्यार्थियों को 2 किलोमीटर तक पैदल आना जाना पड़ रहा है। क्षेत्र के लोगों ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के उच्च अधिकारियों से पुलिया कार्य जल्दी पूरा करवाने की मांग की है।
ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए जल्दी का कार्य शुरू करवाकर कार्य पूर्ण करवाया जाएगा। कार्य पूर्ण करने की अवधि 21 जुलाई 2023 तक है। यदि निर्धारित तिथि तक कार्य पूर्ण नहीं हुआ तो विभाग द्वारा ठेकेदार पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुई पैनल्टी लगाई जाएगी। (राजेश मीना सहायक अभियंता सार्वजनिक निर्माण विभाग सवाई माधोपुर)