राजकीय कन्या महाविद्यालय, सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना की दोनों इकाईयों के संयुक्त तत्वावधान में सात दिवसीय विशेष शिविर का सातवें दिन डॉ. मनीषा शर्मा की अध्यक्षता में समापन सत्र आयोजित किया गया। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. रवीन्द्र कुमार मीना एवं डॉ. कमल बाई मीना ने बताया कि इसके मुख्य अतिथि डॉ. मगन विक्रम शर्मा ने छात्राओं को एनएसएस के मूल उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमें दबाव में नहीं, स्वैच्छा से ही स्वयंसेविका बनाना चाहिए।
राष्ट्रीय सेवा योजना कोई सामान्य विषय नहीं है, इसके माध्यम से हम अपने जीवन के परम लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है। बशर्त है सेवा में सेव्य भाव, सहानुभूति में संवेदना होनी चाहिए। हमारी पुराणों का सार भी यही है और एनएसएस की सार्थकता भी। एनएसएस आत्मिक शुद्धि प्राप्त करने का सफलतम साधन है। यह हमे देवत्व भाव से जोड़ता है और कुदरत का भी यही नियम है कि जैसा बोते है वैसा ही काटते है।
इसलिए हमें अपने जीवन को साथर्कता प्रदान करने के लिए निस्वार्थ भाव से समाज सेवा का कार्य करना चाहिए। प्राचार्य डॉ. मनीषा शर्मा ने भी देवत्व भाव को जीवन में धारण करते हुए साक्षरता, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य, प्राकृतिक आपदा एवं अन्य आपातकालीन समय में स्वयंसविकाओं को सहायता करने के लिए प्रेरित किया। एनएसएस जिला समन्वयक डॉ. सियाराम मीना ने भी एनएसएस के इतिहास एवं लक्ष्य से छात्राओं को अवगत कराया। डॉ. मनोज कुमार तोमर, सह आचार्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
डॉ. विजय सिंह मावई, सह आचार्य ने मंच संचालन करते हुए छात्राओं में सेव्य भाव जागृत करने का प्रयास किया। अन्त में डॉ. रवीन्द्र कुमार मीना ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। स्वयंसेविकाओं ने गोद ली गई बस्ती गांव बम्बोरी में जाकर जागरूकता रैली निकाली तथा नशा मुक्ति के लिए जागृत किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त संकाय सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।