बिहार से जयपुर बालश्रम करने आए एक बालक को सवाई माधोपुर चाइल्डलाइन ने उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया है। डायरेक्टर अरविन्द सिंह चौहान ने बताया कि 8 सितम्बर को आरपीएफ ने रेलवे स्टेशन पर एक बालक के लावारिस एवं परेशान अवस्था में घूमते देख आरपीएफ कार्यालय पर ले आए जिस पर आईपीएफ बचनदेव कुमार ने चाइल्डलाइन को सुचना दी। सुचना पर पहुंची टीम ने बालक को अपने संरक्षण लेकर चाइल्डलाइन कार्यालय लाए।

परामर्श के दौरान बालक ने बताया कि बालक समस्तीपुर बिहार का रहने वाला है, उसके परिजन गरीब हैं, वो किसी के साथ चूड़ी का काम करने के लिए जयपुर आ गया था और ठेकेदार द्वारा ज्यादा काम लेने की वजह से कारखाने से चोरी छिपे भाग निकला और ट्रेन में बैठकर सवाई माधोपुर आ गया। बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे मर्सी आश्रय गृह में अस्थायी तौर पर रखने के आदेश मिला। घर के फोन नम्बर याद नहीं थे इस लिए बालक के गृह जिले पुलिस और चाइल्डलाइन की सहायता ली गई लेकिन परिजनों को ढूंढने में कामयाबी नहीं मिली। काफी प्रयास के बाद समस्तीपुर पुलिस अधीक्षक से बात कर मामले की जानकारी दी गई। तब जाकर पुलिस हरकत में आई और बालक के परिजनों से तलाश की। परिजनों से बात होने के बाद परिजन सवाईमाधोपुर पहुंचे। बालक एवं परिजनों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। जहां से बालक को उसके परिजनो के सुपुर्द कर दिया गया।