जिला प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा ने कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए घोषित पैकेज का लाभ सभी पात्रों को जल्द से जल्द देने के निर्देश दिए है। आज बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक के दौरान प्रभारी मंत्री ने यह निर्देश दिया। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने इन निर्देशों की अक्षरक्षः पालना करने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए तथा बताया कि मुख्यमंत्री कोरोना सहायता योजना से स्वीकृतियां जारी कर सहायता राशि संबंधित के खाते में जमा करवाई गई है। अब तक हुये सर्वें के अनुसार जिले में कोरोना महामारी में 2 बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया। इन बच्चों को 1-1 लाख रूपए की तत्कालिक सहायता राशि की स्वीकृति जारी की गई है। इनके 18 साल का होने पर 5-5 लाख रूपए की अतिरिक्त सहायता दी जायेगी।
कलेक्टर ने बताया कि 29 महिलाओं ने कोरोना में अपने पति खोये है, इनमें से 15 को 1 लाख रूपए की सहायता सौंप दी गई है और 1500 रूपए प्रतिमाह के लिए विधवा पैंशन स्वीकृत की गई है। शेष की औपचारिकतांए पूरी कर जल्द सहायता दी जायेगी। संभागीय आयुक्त पीसी बैरवाल बैठक में निर्देश दिए कि कोविड-19 के कारण जो बच्चे अनाथ हुए है उन्हे शीघ्र राज्य सरकार द्वारा की गई घोषणाओं के तहत छात्रावासों और विद्यालयों मे प्रवेश दिलाएं साथ ही उन्हे दी जाने वाली सुविधाए के साथ-साथ पालनहार योजना से जोड़कर लाभान्वित किया जाये। इस पर कलेक्टर ने बताया कि ऐसे 17 बच्चों को पालनहार योजना से जोड़ा गया है। इस योजना में बच्चे के पालनहार को 1 हजार रूपए प्रतिमाह एवं 2 हजार रूपए एकमुश्त प्रतिवर्ष दिए जाएंगे।