जिला कलेक्टर डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में ग्रीष्म ऋतु से पहले पेयजल आपूर्ति की उपलब्धता के स्त्रोत चिन्हित कर लें जिससे गर्मियों में पेयजल का संकट किसी भी क्षेत्र में नहीं रह सके। जिला कलेक्टर सोमवार को कार्यालय कक्ष में आयोजित आवश्यक सेवाओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पेयजल की आपूर्ति जिन पाइप लाइनों से की जा रही है, उनके लीकेजों को दुरूस्त करने की कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि गर्मियों में जिले में पानी की समस्या किसी भी क्षेत्र में नही आनी चाहिए उसके लिए अभी से ही प्रयास किया जाना सुनिश्चित करें। हैण्डपम्प मरम्मत अभियान के तहत जिले में ठीक किये हुए हैण्डपम्पों की प्रगति, जनता जल योजना एवं एमजेएसए के तहत हुए कार्याे की प्रगति के बारे में जानकारी ली।
जिला कलेक्टर डॉ. सिंह ने कहा कि आमजन को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ ही उनकी समस्याओं का शीघ्रता से निराकरण करवाना हमारा कर्तव्य भी है। उन्होंने रणथम्भौर बाघ परियोजना से सटे हुए गांवों जहां पर बाघ का संभावित खतरा हो, उन्हें चिन्हित कर दिन में सिंचाई हेतु विद्युत आपूर्ति दिये जाने के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री विद्युत सुधार अभियान के तहत किये गये कार्यो, कृषि एवं घरेलू कनेक्शन की प्रगति के बारे में विभागीय अधिकारी से जानकारी लेकर जिले में चल रहे कार्यो को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने निर्देश दिए।
जिला कलेक्टर ने चौथ माता मेले के दौरान बिकने वाली खाद्य सामग्री की जांच करने हेतु, स्वाईन फ्लू के उपचार हेतु चिकित्सकों की उपलब्धता एवं मेला परिसर में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सरकारी विद्यालयों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता के साथ शौचालयों की साफ-सफाई करवाने के लिए मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेन्द्र लोढ़ा सहित जिला स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित थे।