जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन द्वारा बेटी बचाओं – बेटी पढ़ाओं योजना के तहत जिले की बेटियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने, बेटियों की झिझक दूर करने तथा बेटियो को सफलता के लिए विभिन्न प्रकार की जानकारी देने व हौंसला बढ़ाने के लिए शुरू किया गया नवाचार‘‘हमारी लाडो’’ गति पकड़ रहा है।
नवाचार के तहत कलेक्टर ने गंगापुर पहुंचकर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा मदरसा शाहीन चिल्ड्रन एकेडमी में बेटियों से संवाद कर उनका हौंसला बताया तथा कड़ी मेहनत का संदेश देकर सफलता के मार्ग पर बढ़ने की प्रेरणा दी। कलेक्टर ने गंगापुर में बेटियों से कहा कि हमारी बेटियां किसी से कम नहीं है, उन्हें हौंसला, उचित मार्गदर्शन मिले तो उनके लिए कोई लक्ष्य कठिन एवं असंभव नहीं है।
कलेक्टर ने बेटियों से सवाल – जवाब कर उनकी रूचियों तथा अभिरूचियों को जाना। उनके सवालों के सरलता एवं सहजता से जवाब देकर बेटियों की झिझक को दूर किया। बेटियों ने कलेक्टर से सवाल कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। कलेक्टर ने बेटियों को आगे बढ़ने, माता – पिता की अपेक्षा पर खरा उतरने तथा कठोर मेहनत कर अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का संदेश दिया।
इस अवसर पर एडीएम नवरतन कोली, एएसपी सुरेश खीचीं, अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सलीम, एसीबीईओ महेश मीना, देवीलाल मीना और प्रधानाचार्य राजेन्द्री मीना ने भी बेटियों को जानकारी दी। इसी प्रकार शाहीन मदरसे में बेटियों को कलेक्टर ने आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
नवाचार के तहत जिले के विभिन्न विद्यालयों में अधिकारियों ने पहुंचकर बेटियों से संवाद किया तथा सफलता के टिप्स दिए। बेटियों से संवाद कर उनके साथ जानकारियां साझा की व बेटियों में स्वालंबन के गुण पैदा करने का प्रयास किये।
बौंली ब्लॉक के पीपलवाड़ा, बड़ागांव सरवर, गंगापुर के महानंदपुर ड्योढा एवं चौथ का बरवाड़ा के भगवतगढ़ आदि स्थानों पर भी बेटियों से संवाद कार्यक्रम हुआ। वक्ताओं ने बेटियों में सृजनशीलता को आगे बढ़ाने पर जोर देते हुए बेटियों को प्रेरित किया तथा पहला सुख निरोगी काया का संदेश देते हुए दिनचर्या के बारे में जानकारी दी। इसी प्रकार अन्य स्थानों पर अधिकारियों ने बेटिया को जीवन के अनुभव सुनाये व अनुभवों का लाभ लेने की बात कही।
बालिकाओं को उनके अधिकारों की एवं बालिकाओं को सत्मार्ग पर चलने को प्रेरित किया। कलेक्टर ने बालिकाओं से कहा कि खुली आंखो से सपना देखने एवं उसे पूरा करने के लिए भरपूर मेहनत ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने बेटियों को प्रशासनिक सेवाओं एवं अन्य सेवाओं में जाने के लिए की जाने वाली तैयारी एवं कोर्स के बारे में जानकारी दी।