कन्या महाविद्यालय की बेटियों के सुझावों पर कलेक्टर ने अमल के दिए निर्देश
रणथंभौर सेंचुरी में टाइगर देख प्रफुल्लित हुई बेटियां
जिले की बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा देने, उनकी झिझक दूर करने तथा बेटियों का आत्म विश्वास बढ़ाने के लिए चलाया नवाचार हमारी लाडो लगातार नए आयाम बनाता जा रहा है। स्कूली बालिकाओं से शुरू किया गया यह नवाचार अब महाविद्यालय की बेटियों तक भी पहुंच गया है। आज शनिवार को जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन एवं उनकी पत्नी हेमा राजेन्द्र ने राजकीय कन्या महाविद्यालय सवाई माधोपुर एवं फूल उत्कृष्टता केन्द्र पहुंचकर महाविद्यालय की बेटियों से संवाद किया तथा बेटियों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल करवाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश भी प्रदान किया।
वहीं कन्या महाविद्यालय की बेटियों के दल ने रणथंभौर सेंचुरी का भ्रमण किया तथा यहां टाइगर एवं वन्य जीवों की स्वच्छंद अठखेलियां तथा प्रकृति का मनमोहन नजारा देखकर बेटियां प्रफुल्लित हुई। बेटियों ने कलेक्टर से संवाद के दौरान जंगल भ्रमण के अनुभव को साझा किया तथा बताया कि टाइगर देख उन्हें बड़ी खुशी मिली। नवाचार के तहत कलेक्टर ने फूल उत्कृष्टता केन्द्र पर पहुंचकर कन्या महाविद्यालय एवं पीजी कॉलेज की कृषि संकाय की बेटियों से संवाद किया।
बेटियों को फूल उत्कृष्टता केन्द्र पर लगे विभिन्न प्रकार के फूलों तथा इन्हें तैयार करने की उन्नत तकनीक के बारे में विशेषज्ञों के माध्यम से प्रेक्टिकल जानकारी दिलवाई। इस अवसर पर कृषि उप निदेशक रामराज मीना, सहायक निदेशक उद्यान चंद्र प्रकाश बडाया, फूल उत्कृष्टता केन्द्र के उपनिदेशक लखपत मीना, आत्मा परियोजना निदेशक अमर सिंह ने बेटियों को कृषि के क्षेत्र में रोजगार के अवसर, कॅरियर निर्माण तथा उन्नत कृषि तकनीक एवं नवाचारों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम में कलेक्टर एवं उनकी पत्नी ने बेटियों से खुलकर बात की तथा बेटियों ने बेबाकी से अपनी समस्याएं जिज्ञासाएं बताई। कार्यक्रम में कृषि संकाय की पायल कंवर और सुनिता भौंसले ने कृषि महाविद्यालय के संबंधता से संबंधित समस्या बताई। इसी प्रकार अन्य बेटियों ने भी अपने विचार साझा किए। इसके बाद कलेक्टर ने कन्या महाविद्यालय पहुंचकर यहां भी बेटियों के साथ संवाद किया।
बेटियों द्वारा सिटीबस में महाविद्यालय के छात्रों को कंसेशन नहीं दिए जाने की शिकायत की। इस पर कलेक्टर ने मौके से ही डीटीओ को समस्या समाधान के निर्देश दिए। इसी प्रकार डेकवा की रामनरेशी ने बताया कि गांवों में यातायात के साधनों के अभाव में बेटियों को पढ़ाई करने में समस्या आती है। इस पर कलेक्टर ने पंचायत के माध्यम से समस्या समाधान के लिए प्रयास करने का भरोसा दिलाया। कुछ बेटियों ने ट्रेफिक लाइट के संबंध में सुझाव दिया तो कलेक्टर ने इसे लागू करवाने के लिए शीघ्र कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
कलेक्टर ने बेटियों से कहा कि सिलेबस से बाहर निकलकर व्यावहारिक तथा प्रेक्टिकल ज्ञान देने, झिझक दूर करने तथा आत्म विश्वास बढ़ाने के लिए यह नवाचार शुरू किया गया है। बेटियों का इससे जुड़ाव एवं उत्साह देखकर खुशी मिल रही है। उन्होंने बेटियों को कॅरियर निर्माण, अपने सपनों को पूरा करने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर कठिन मेहनत करने का संदेश दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रतिभा सभी में होती है, आवश्यकता केवल उसे निखारने एवं अवसर देने की है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य मनीषा शर्मा, प्रवक्ता आरती सिंह भदौरियां, होम्योपैथिक चिकित्सक शिवानी जैमिनी सहित अन्य भी उपस्थित थे। इसी प्रकार खंडार के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में भी हमारी लाडो कार्यक्रम के तहत उपखंड अधिकारी बंशीधर योगी, सीबीईओ नीलिमा यादव, कमलेश तेहरियां ने बेटियों से संवाद कर उनके हौंसलों की उडान को पंख दिए। इसी प्रकार चौथ का बरवाड़ा ब्लॉक के कावड एवं झाझेड़ा स्कूल में भी हमारी लाडो के तहत कई कार्यक्रम एवं गतिविधियां हुई।