तलावड़ा तहसील क्षेत्र के कुनकटा कलां गांव में वीर भोजा बाबा के विशाल मेले के अपलक्ष्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन भोजा बाबा के मंदिर में किया जा रहा है। अयोजन से जुड़े मनोज कुनकटा ने बताया कि श्रीमद भागवत कथा के तृतीय दिवस पर महाराज श्री ने भागवत कथा में जड़भरत संवाद, नृसिंह अवतार, वामन अवतार का वृतांत सुनाया जाएगा। सैकड़ों भक्तों ने महाराज जी के श्रीमुख से कथा का श्रवण किया। भागवत कथा के तृतीय दिवस की शुरुआत भागवत आरती और विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई। पूज्य श्री रामदयाल शास्त्री जी महाराज ने कथा सभाग्रह में बैठे सभी भक्तों को भजन “किशोरी इतना तो कीजो जग जंजाल छुड़ाए वास बरसाने को दीजो” श्रवण कराया”। कथा वाचक रामदयाल शास्त्री ने कथा की शुरूआत करते हुए कहा कि जो लोग कृष्ण प्रेम प्राप्त करना चाहते है वही जीवन का परम लक्ष्य है। ऐसे लोगों के लिए श्रीमद भागवत इस संसार में किसी भी बड़े से बड़े पाप का नाश करने में सक्षम है श्रीमद भागवत।
इस संसार में ऐसा कोई पाप नहीं बना जिसका नाश जिसका वध श्रीमद भागवत न कर सकी हो शर्त उतनी है उस पाप की पुनरावृत्ति न हो। भागवत समस्त पापों का नाश कर सकती है। जितने भी युवा जीवन में सफलता चाहते हैं तो आप सभी को अपने सनातन धर्म का आदर करना आना चाहिए। हम और आप सभी धर्म का आदर करेंगे तभी हमारे आने वाले बच्चे हमारी परम्पराओं से अवगत होंगे और वो इस परम्परा पर चल सकेंगे। श्रीमद भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए तो उसका कल्याण निश्चित है। श्रीमद भागवत में 18000 श्लोक, 12 स्कन्द और 335 अध्याय है जो जीव सात दिन में सम्पूर्ण भागवत का श्रवण करेगा वो अवश्य ही मनोवांछित फल की प्राप्ति करता है।
राजा परीक्षित ने शुकदेव जी से प्रार्थना की हे गुरुवर आप ही मुझे श्रीमद भागवत का ज्ञान प्रदान करे और मेरे कल्याण का मार्ग प्रशस्त करें।
भागवत सुनने वालों का भगवान हमेशा कल्याण करते हैं। भागवत ने कहा है जो भगवान को प्रिय हो वही करो, हमेशा भगवान से मिलने का उद्देश्य बना लो, जो प्रभु का मार्ग हो उसे अपना लो, इस संसार में जन्म-मरण से मुक्ति भगवान की कथा ही दिला सकती है। भगवान की कथा विचार, वैराग्य, ज्ञान और हरि से मिलने का मार्ग बता देती है। राजा परीक्षित के कारण है भागवत कथा पृथ्वी के लोगों को सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। समाज द्वारा बनाए गए नियम गलत हो सकते हैं किंतु भगवान के नियम ना तो गलत हो सकते हैं और नहीं बदले जा सकते हैं।
श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर श्री राम एवं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का वृतांत सुनाया जाएगा। मनोज कुनकटा ने बताया कि इस दौरान सुरज्ञान मेड़िया, सरपंच विश्राम भोपा, नत्थू पटेल, मदन मेड़िया, रामकिशन भोपा, भरत लाल बाढ़, पुरण डीलर, बाबूलाल डीलर, पं.स.सदस्य भगवान सिंह गुर्जर, रामहंश बांसरोटा, लडडू पटेल, रामधन पटेल, रामसहाय पटेल, पुन्या पटेल, रामेश्वर नेता, जयसिंह पटेल, धोडयाराम पटेल, रामप्रसाद पटेल, कमलेश पटेल, हरी पटेल, सुग्रीव पटेल, रामजीलाल पटेल, रामोतार मेड़िया, रामलखन गुर्जर, गिर्राज गुर्जर, रामचरण गुर्जर, धर्मसिंह गुर्जर, अखेराम भोपा, धर्मेंद्र बांसरोटा, रेखसिंह बांसरोटा, निहाल बांसरोटा, सुमन सिंह गुर्जर,राजेश खन्ना, रॉकी गुर्जर, सीताराम कुनकटा, धारा गुरुजी, बीएल महात्मा सहित बांसरोटा परिवार के हजारों लोग उपस्थित रहे।