मलारना डूंगर क्षेत्र के भारजा नदी टेक की झोपड़ी गांव में जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के निर्देशन पर थाना अधिकारी राकेश यादव के नेतृत्व में केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा की टीम ने करीब ढाई बीघा भूमि में अवैध अफीम की खेती का भंडाफोड़ कर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस दौरान अमरूद के बगीचे में छुपाकर काश्त अफीम से चीरा लगाकर अफीम निकालते तीन लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 400 ग्राम अवैध अफीम बरामद की है। गिरफ्तार आरोपी राजूलाल निवासी सराय थाना बामनवास, राजकिशोर व बापू उर्फ भगत निवासी लक्ष्मीपुरा थाना हरनावदा जिला बारां को मौके से गिरफ्तार किया है। साथ ही अवैध अफीम की खेती कर रहे खातेदार सहित अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी है।
थाना अधिकारी राकेश कुमार यादव ने बताया कि पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी के द्वारा अवैध शराब और मादक पदार्थों की तस्करी के लिए चलाए जा रहे अभियान के दौरान बीट कांस्टेबल के द्वारा सूचना एकत्रित की गई। इसी दरमियान थाना क्षेत्र के टेक की झोपड़ी गांव में अवैध अफीम कास्त की जानकारी मिली। जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक को पूरे मामले से अवगत कराया।
पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो कोटा को सूचना दी गई। जिस पर नारकोटिक्स आयुक्त राजेश फतेह सिंह और नारकोटिक्स आयुक्त विकास जोशी के निर्देशन पर नारकोटिक्स अधीक्षक बीएल मीना, निरीक्षक जेपी, मीना बलवंत कुमार, आरके प्रसाद, पूरणमल मीणा की टीम ने थाना अधिकारी राकेश यादव और तहसीलदार किशन मुरारी मीणा की अगवाई में दबिश दी। हालांकि कार्रवाई के दौरान अवैध अफीम की खेती में लिप्त आधा दर्जन लोग पुलिस को देखकर फरार हो गए। कार्यवाही के दौरान डिप्टी राकेश राजोरा, प्रशिक्षु आरपीएस इंदु लोधी, डीएसटी टीम और मलारना डूंगर पुलिस के साथ भाड़ौती पुलिस चौकी का जाब्ता मौजूद रहा।
नारकोटिक्स ब्यूरो के निरीक्षक जे.सी. मीणा ने बताया कि अमरूद के बगीचे में छिपाकर की जा रही अफीम की खेती को नष्ट कर दिया गया है, जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपए से अधिक हो सकती है।