प्रशासन गांवों के संग के तहत पंचायत समिति गंगापुर की चूली ग्राम पंचायत में आयोजित शिविर छाहरा गांव के लोगों के पेयजल की समस्या के समाधान की आशा बंधा गया। शिविर में छाहरा गांव के लोगों ने शिविर प्रभारी को बताया कि ग्राम पंचायत चूली में स्थित बैरवा बस्ती ग्राम छाहरा में विगत कई दशकों से पीने के पानी की बहुत समस्या हो रही है।
उपखंड अधिकारी ने मौके पर ही पीएचईडी विभाग से इस संबंध में जानकारी ली तथा समस्या के स्थायी समाधान करने का निर्देश दिये गए। जिस पर कैम्प में उपस्थित पीएचईडी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बैरवा बस्ती छाहरा को जल जीवन मिशन के तहत चिन्हित किया गया है और जल जीवन मिशन के तहत कुल 2 करोड़ 98 लाख रूपये की लागत से दो उच्च जलाशय, पम्पहाउस, बाउण्ड्री वॉल और कन्ट्रोल रूम का निर्माण होगा।
इस कार्य के पूरा होने पर गांव के लोगों की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हो सकेगा। चूली के सरंपच ने घोषणा कि की इस योजना से पानी आने तक बैरवा बस्ती छाहरा में पीने के पानी की अस्थाई व्यवस्था पाईपलाईन व टेंकरों के माध्यम से पंचायत द्वारा की जाएगी।
जमाबंदी में हुआ नाम सुधार, साठ साल पुरानी गलती को किया दुरस्त
इसी प्रकार प्रशासन गांव के संग शिविरों में लोगों के कार्य होने से ग्रामीणों में प्रसन्नता का भाव है। पंचायत चूली में आयोजित कैम्प में हरिलाल दत्तक पुत्र रामचन्द निवासी चूली द्वारा उसकी जमाबन्दी में अपना नाम शुद्धिकरण हेतु आवेदन किया। हरिलाल का जमाबंदी में मौके पर ही सुधार कर दर्ज कर दिया गया। हरिलाल ने बताया कि उनकी जमाबन्दी में नाम हीरालाल पुत्र रामचन्द दर्ज है, जबकि उनका सही नाम हरिलाल दत्तक पुत्र रामचन्द है।
हरिलाल ने बताया कि उसकी जमाबंदी में यह नाम पिछले लगभग साठ वर्षों से गलत ही चला आ रहा है। क्योंकि हरिलाल अपने पिताजी के बड़े भाई के गोद गया था जिसके कारण नाम शुद्धि में काफी परेशानी आ रही थी। हीरालाल ने हरिलाल दत्तक पुत्र रामचन्द करवाने के लिए उसने कई बार विभागों के चक्कर लगा लिए परन्तु उसका नाम शुद्धिकरण नहीं हुआ। शिविर में उन्होंने नाम शुद्धि के साथ ही जमाबन्दी में अपनी जाति भी दुरस्त करने का निवेदन भी किया।
तहसीलदार गंगापुर सिटी से कैम्प में ही उक्त आवेदन की जांच करवाई गई एवं कैम्प में उपस्थित ग्रामीणों से प्रार्थी के नाम के बारे में जानकारी ली गई तथा आस पड़ोस के खातेदारो के बयान लिए गए। ग्रामीणों व खातेदारों द्वारा बताया कि प्रार्थी का सही नाम हरिलाल दत्तक पुत्र रामचन्द है। तथा हरिलाल रामचन्द के गोद गया है। इस पर कैम्प में ही प्रार्थी की जमाबन्दी में उसका नाम एवं जाति का सही अंकन किया गया। कार्य होने पर हरिलाल ने प्रसन्नता व्यक्त की तथा शिविर आयोजन के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया।
आपसी सहमति से करवाये खाता विभाजन, आपसी सद्भाव को मिला बढ़ावा
प्रशासन गांवो के संग अभियान के तहत शिविर ग्राम पंचायत कहार उर्फ बड़ा गांव के खातेदार सीताराम व हंसा पुत्र रामनिवास अपनी सामलाती भूमि के खाता विभाजन किया गया। खातेदारों ने बताया कि खसरा नंबर 4774 और 4773 का बंटवारा करवाने हेतु कई वर्षों से परेशान थे। खाते का विभाजन नहीं होने से सरकारी योजना एवं कृषि लोन लेने मे काफी असुविधा हो रही थी।
शिविर में शिविर प्रभारी उपखण्ड अधिकारी मलारना डूंगर योगेश कुमार डागुर को सुनाई तो,शिविर प्रभारी ने प्रार्थीयों की समस्या सुनकर तत्काल कार्यवाही करते हुए हल्का पटवारी कहार उर्फ बड़ा गांव को तकास्मा स्कीम तैयार करने के आदेश प्रदान किये।
पटवारी हल्का द्वारा मौके पर तकास्मा स्कीम तैयार की एवं मौके पर ही खातेदारो के बंटवारा करवाया गया आज सामलाती भूमि अलग – अलग होने से खातेदारो द्वारा संतुष्टि जाहिर की और प्रसंन्नता व्यक्त की और कहा प्रशासन गांवो के संग अभियान हमारे लिए वरदान साबित हुआ हमारी जमीन का बंटवारा होने से झगडे फसाद की जड़ खत्म हो गई।
मौके पर स्वीकृत हुई विधवा पैंशन, मिल सकेगा आर्थिक संबल
इसी प्रकार प्रशासन गांवो के संग अभियान के तहत ग्राम पंचायत कहार उर्फ बड़ागांव में आयेाजित शिविर विधवा धर्मादेवी के लिए संबल देना वाला साबित हुआ। धर्मा देवी को शिविर में ही विधवा पैंशन स्वीकृत कर स्वीकृति आदेश सौंपा गया। शिविर प्रभारी को धर्मा देवी पत्नी स्व. रामनिवास मीना ने बताया कि पैंशन स्वीकृति के लिए कई चक्कर लगाए, लेकिन अभी तक पैंशन स्वीकृत नहीं हुई।
शिविर प्रभारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए मौके पर विधवा पेंशन स्वीकृत करवाई। प्रार्थियों ने पैंशन स्वीकृत होने से प्रार्थीया ने खुशी जाहिर की और कहा प्रशासन गांवो के संग अभियान से हुई पैंशन स्वीकृति से उन्हें जीवनयापन करने में आर्थिक संबल मिल सकेगा।