तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत गोठड़ा के गांव जयसिंहपूरा में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण को लेकर प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं करने पर गुस्साएं ग्रामीण तहसील परिसर मे धरने पर बैठ गए।
ग्रामीण नागाराम गुर्जर, कमलसिंह, सियाराम नागाराम, प्रभुलाल, सुरेश, रमेश, कमलसिंह आदि नें बताया कि जयंसिंहपुरा के किसान काश्तगार है। जयसिंहपुरा में चारागाह, सिवायचक गैर मुमकिन बेहड भूमि रकबा 114 बीघा 12 बीस्वा है तथा आबादी भूमि कुल 150 बीघा भूमि है। जिसमे ग्राम जयसिंहपुरा की स्थित है। गांव में पशुओं के चरनें एंव आबादी विस्तार तथा नवीन सरकारी भवनों के लिए है चरागाह एवं आरक्षित भूमि है जिस पर भूमाफियाओं तथा कुछ आवन्टीत काश्तगारों नें आवटंन व खातेदारी भूमि से ज्यादा पर कब्जा कर रखा है। चारागाह भूमि पर ही पक्के निर्माण कर काश्त की जा रही है।
ग्रामीणों ने बताया कि जयसिंहपुरा के ग्रामीण 15 वर्ष से चारागाह भूमि पर से अतिक्रमण हटाने के लिए तहसीलदार, उपखण्ड अधिकारी, जिला कलक्टर, सिविल कोर्ट के चक्कर लगाने को मजबूर है। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। पटवारी व गिरदावर की मिली भगत से गलत तरमीम का हवाला देकर रिपोर्ट को अटकाया जा रहा है। अतिक्रमियों को विरोध करने पर बलात्कार, चोरी जैसे संगीन अपराध मे ग्रामीणों को फसाया जा रहा है। ग्रामीणों की मांग पर कोई कार्यवाही नहीं जा रही है। जिससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
ग्रामीणो नें बताया कि प्रशासन चारागाह भूमि और आबादी भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को तुरन्त हटाकर जयसिंहपुरा के लोगों के सामने समस्त खसरा नम्बर 5 का सीमाज्ञान करवाकर ग्रामीणों को मौके पर ही कब्जा देकर अतिक्रमियों को बेदखल करवाया जाए। तब ग्रामीण धरने से हटेंगे।
ग्रामीणो नें बताया कि प्रशासन द्वारा ग्रामीणों की बात नहीं मानने पर ग्रामीण बुधवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगे।