जिले में माह के प्रत्येक माह को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत 9 तारीख को गर्भवतियों की प्रसवपूर्व जांच की जाती है। इस अभियान के अंतर्गत उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले निजि चिकित्सकों एवं चिकित्सा संस्थानों को सम्मानित किया गया।
सरकारी केटेगरी में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौथ का बरवाड़ा को प्रथम, अर्बन पीएचसी मानआउन को द्वितीय व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सूरवाल को तृतीय पुरस्कार दिया गया। वहीं निजि चिकित्सक कैटेगरी में डाॅ रेखा शर्मा व डाॅ. सुरेखा जैन को संयुक्त रूप से प्रथम, डाॅ. ज्योति गुप्ता को द्वितीय व डाॅ. मनीषा मीना को तृृतीय पुरस्कार दिया गया। प्रत्येक गर्भवती महिला को गुणवत्ता युक्त प्रसव पूर्व जांच सुविधाए के लिऐ प्रत्येक माह 9 तारीख को एएनसी सेवाएं देने हेतु प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) मनाया जाता हैं। अभियान में यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रत्येक महिला की दूसरी और तीसरी तिमाही तक गर्भवती गर्भवस्था में कम से कम एक बार चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य जांच अवश्य हो जाए। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए ये जरूरी है कि गर्भधारण से लेकर प्रसव होने तक हर गर्भवती महिला की समय समय पर प्रसव पूर्व विशेष स्वास्थ्य जांच हो एवं उन्हें चिकित्सकीय परामर्श देकर संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जा सके।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, यूपीएचसी सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किया जाता है। अभियान के अंतर्गत गर्भवतियों का वजन, उंचाई, पेट की जांच, खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, षुगर, एचआईवी, सिफलिस, हदय स्पंदन, यूरिन, सोनोग्राफी आदि जांचों सहित आवष्यक दवाएं उपलब्ध करवाई जाती है। साथ ही गर्भावस्था के दौरान किसी भी गर्भवती में जटिलता पाए जाने पर उच्च संस्थानों पर भी रेफर किया जाता है। जिन भी गर्भवतियों का हीमाग्लोबिन कम पाया जाता है उन्हें जांच के बाद अभियान के दौरान खून बढाने की दवाएं व आयरन सुक्रोज चढाया जाता है।