अपहृत बालिका को पुलिस ने 3 माह बाद किया दस्तयाब, आरोपी को मुरादाबाद से किया गिरफ्तार
बामनवास थाना पुलिस ने बंधावल गांव से अपहरण हुई नाबालिग बालिका को दस्तयाब करके एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने आरोपी निविराज सिंह निवासी निवासी भरतपुर को मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) से गिरफ्तार किया है। आरोपी की गिरफ्तारी में साइबर सेल एक्सपर्ट अजीत मोंगा की विशेष भूमिका रही। पुलिस के अनुसार बामनवास के बंधावल गांव से अपहरण हुई बालिका की मां ने अपनी पुत्री का गत 29 सितंबर 2022 को अज्ञात आरोपी द्वारा अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। जिस पर बामनवास पुलिस ने मामला दर्ज कर अपहृता नाबालिग को दस्तयाब करने व अज्ञात आरोपी की सुरागसी एवं पतारसी के लिए सार्थक प्रयास किए गए।
सवाई माधोपुर एसपी सुनील कुमार विश्नोई ने घटना की गंभीरता को देखते हुए गंगापुर सिटी एएसपी प्रकाश चंद के निकटतम सुपरविजन में वृत्ताधिकारी बामनवास तेजकुमार पाठक और थानाधिकारी बृजेश कुमार मीना के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। पुलिस ने नाबालिग बालिका के मोबाइल कॉल डिटेल के विश्लेषण के आधार पर अज्ञात आरोपी को निविराज सिंह निवासी भरतपुर के रूप में चिन्हित किया गया। गठित पुलिस टीम द्वारा तकनीकी अनुसंधान के आधार पर अपहृता व संदिग्ध आरोपी निविराज सिंह की तलाश सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, जयपुर, आगरा, मथुरा (यूपी), ग्वालियर (एमपी) बैंगलोर, चंडीगढ़, फरीदाबाद और नई दिल्ली में संभावित स्थानों पर अपहृता व आरोपी की दस्तयाबी के सार्थक प्रयास किए गए।
मामले को लेकर पीड़िता के परिजनों द्वारा काफी दिन तक जिला मुख्यालय सवाई माधोपुर कलेक्ट्री के समक्ष धरना प्रदर्शन किया था। वहीं राजस्थान उच्च न्यायालय जयपुर में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका भी दायर की हुई है। बामनवास थानाधिकारी बृजेश मीना के नेतृत्व गठित विशेष पुलिस टीम द्वारा व साइबर सेल अजीत मोंगा के द्वारा किए गए तकनीकी अनुसंधान से नाबालिग अपहृता व आरोपी निविराज सिंह पुत्र भीमसैन निवासी भवनपुरा रुदावल जिला भरतपुर को मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) से दस्तयाब करने में सफलता प्राप्त की है।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम में थानाधिकारी बृजेश मीना, सहायक उपनिरीक्षक साइबर सेल एक्सपर्ट अजीत मोंगा, सहायक उपनिरीक्षक राजेश सिंह, हेड कांस्टेबल उदई मोड़ राजेश खन्ना, कांस्टेबल वीरेंद्र, कांस्टेबल मोनू धाकड़, महिला कांस्टेबल अंकुश एवं कांस्टेबल महेंद्र जाखड़ आदि शामिल रहे।