छोटी काशी के नाम से विख्यात गोविंद की नगरी जयपुर की रहने वाली पूजा सिंह ने गत 8 दिसंबर को भगवान विष्णु की मूर्ति के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से फेरे लेकर ब्याह रचाया। जिसमें पूजा की शादी की रस्मों के दौरान हल्दी लगाने से लेकर चाकभात, मेहंदी, महिला संगीत और फेरों की रस्में हुई। पूजा के घर में गीत भी गाए गए। इतना ही नहीं सहेलियों ने पूजा को दुल्हन की तरह सजाया। 311 बारातियों के साथ आई बारात में धूमधाम से भगवान विष्णु का स्वागत हुआ। कलियुग में मीरा रूपी पूजा सिंह की इस शादी से हर कोई सोच में डूबा हुआ है। पूजा सिंह ने राजनीतिक विज्ञान में एमए किया है।
इस दौरान दूल्हे के रूप में विष्णुजी को मंदिर से पूजा के घर पर लाया गया और मंत्रोच्चार के साथ 7 फेरे हुए। दरअसल, जयपुर के गोविंदगढ़ के ग्राम नरसिंहपुरा में रहने वाली पूजा सिंह ने 8 दिसंबर को ठाकुरजी की मूर्ति के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से फेरे लेकर विवाह करना चर्चा का विषय बनी है। 311 बारातियों के साथ आई बारात में धूमधाम से विष्णुजी का स्वागत किया गया। शादी में परंपरानुसार दूल्हन की मांग दूल्हा सिंदूर से भरता है, लेकिन यहां भगवान विष्णु जी की ओर से खुद पूजा ने अपनी मांग सिंदूर की बजाय चंदन से भरी और इसके बाद विदाई की रस्म अदा हुई।